BHU Campus में नए सत्र से पहले एंटी रैंगिंग सेल को दिया नया स्वरूप, सेल में पूरी नई टीम

बीएचयू में नए सत्र के आगमन को देखते हुए एंटी रैंगिंग सेल को नया स्वरूप दे दिया है। सेल में अध्यक्ष समेत कई नए सदस्यों को शामिल करते हुए इस सत्र 2021-22 से लागू कर दिया है। बीएचयू के करीब 32 हजार छात्र इस रैंगिंग सेल में शिकायत कर सकते हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:44 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:44 AM (IST)
BHU Campus में नए सत्र से पहले एंटी रैंगिंग सेल को दिया नया स्वरूप, सेल में पूरी नई टीम
बीएचयू में नए सत्र के आगमन को देखते हुए एंटी रैंगिंग सेल को नया स्वरूप दे दिया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। बीएचयू में नए सत्र के आगमन को देखते हुए एंटी रैंगिंग सेल को नया स्वरूप दे दिया है। सेल में अध्यक्ष समेत कई नए सदस्यों को शामिल करते हुए इस सत्र 2021-22 से लागू कर दिया है।

बीएचयू के करीब 32 हजार छात्र इस रैंगिंग सेल में शिकायत कर सकते हैं। इस एंटी रैंगिंग सेल के स्कवाड में बीएचयू मेन कैंपस से 19, बरकछा से सात और मानिटरिंग सेल में तीन सदस्य शामिल किए गए हैं।

इस एंटी रैंगिंग सेल का चेयरमैन प्रोफेसर बास्वा प्रभु जिरली (डिपार्टमेंट आफ एक्सटेंशन एजुकेशन) को बनाया गया है। वहीं अन्य सदस्यों में शिक्षा संकाय के डा. योगेन्द्र पांडेय, नेपाली स्टडी सेंटर के प्रो. एन पी सिंह, आइएमएस से प्रो. नवीन कुमार, जंतु विज्ञान से प्रो. मधु तापड़िया, महिला महाविद्यालय से डा. सीमा तिवारी, जियोफिजिक्स से डा. रोहतास और पत्रकारिता विभाग से डा. धीरेंद्र राय समेत सभी संकायों के अध्यापक सदस्य के रूप में शामिल हैं। बरकछा एंटी रैंगिंग सेल का अध्यक्ष डा. बीएमएन कुमार को बनाया गया है वहीं उनके साथ छह सदस्य शामिल हैं। बीएचयू प्रशासन ने अध्यक्ष समेत सभी सदस्यों के मोबाइल नंबर भी जारी कर दिए हैं।

बीएचयू में रैंगिंग से सबंधित आ रही समस्याओं के बारे में छात्र इस सेल में शिकायत कर सकते हैं। मानिटरिंग सेल में विधि संकाय के प्रो. मनोज कुमार पिधि, हिंदी विभाग की प्रो. श्रद्धा सिंह और ज्वाइंट रजिस्ट्रार (विकास) को शामिल किया गया है। ये सदस्य सेल को मिले शिकायतों की देखरेख कर रिपोर्ट सौंपने का कार्य करेंगे।

वर्ष 2009 में यूजीसी द्वारा बनाए गए यूजीसी एंटी रैंगिंग रेगुलेशन के तहत शामिल मामलों और निर्देशों के अनुसार ही छात्र अपनी शिकायत सेल में दर्ज करा सकते हैं। इस रैंगिंग में शारीरिक समेत मानसिक दुर्भावना और प्रताड़ना आदि शामिल किया गया है।

chat bot
आपका साथी