Barawafat 2021 : मुहम्मद साहब की यौमे-पैदाइश पर वाराणसी में रोशनी में नहाए मुस्लिम इलाके, सेल्फी प्वाइंंट पर बूढ़े-बच्चे सभी उमड़े

इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मुहम्मद साहब की यौमे-पैदाइश की पूर्व संध्या पर सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य इलाके रोशनी में नहाए हुए थे। नई सड़क स्थित खुदा बख्श जायसी (लंगड़े हाफिज मस्जिद) बेनियाबाग चौमुहानी दालमंडी व फाटक शेख सलीम की सजावट देखते बन रही थी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 11:07 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 11:07 PM (IST)
Barawafat 2021 : मुहम्मद साहब की यौमे-पैदाइश पर वाराणसी में रोशनी में नहाए मुस्लिम इलाके, सेल्फी प्वाइंंट पर बूढ़े-बच्चे सभी उमड़े
वाराणसी के नई सड़क में लंगड़े हाफिज मस्जिद व आसमान में मुस्कुराता-इतराता चांद मुहम्मद साहब की यौमे-पैदाइश का स्‍वागत करते।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मुहम्मद साहब की यौमे-पैदाइश की पूर्व संध्या पर सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य इलाके रोशनी में नहाए हुए थे। नई सड़क स्थित खुदा बख्श जायसी (लंगड़े हाफिज मस्जिद), बेनियाबाग चौमुहानी, दालमंडी व फाटक शेख सलीम की सजावट देखते बन रही थी। इस इलाके में काफी दूर-दराज से देर रात तक पर्दानशीं महिलाएं व बच्चों की भीड़ सजावट देखने को उमड़ी रही।

पैगंबरे इस्लाम की आमद पर निकलने वाला मरकजी यौमुन्नबी कमेटी का पारंपरिक जुलूस बेनियाबाग के पूर्वी छोर से देर रात निकला। इसमें बड़ी तादाद में लोग इकट़ठा रहे। जो अपने नबी सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम की शान में नातिया कलाम का नजराना पेश कर रहे थे। वहीं सेंट्रल यौमुन्नबी कमेटी बेनियाबाग की ओर से चौराहा की सजावट के साथ सेल्फी पाइंंट भी बनाया गया था जहां बूढ़े-बच्चे सभी अपनी तस्वीरें मोबाइल कैमरे में कैद कर रहे थे। इससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त रही।

इस मौके पर कुरैशाबाद, फाटक शेख सलीम, खजूर वाली मस्जिद इत्यादि की सजावट भी देखने लायक थी। इसके अलावा बजरडीहा, शिवाला, गौरीगंज, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, दालमंडी, पितरकुंडा आदि में भी बिजली के झालरों से आकर्षक सजावट की गई।

मरकजी यौमुन्नबी कमेटी के तत्वावधान में अध्यक्ष (पूर्व चेयरमैन अल्पसंख्यक आयोग) शकील अहमद बब्लू की निगरानी में बेनियाबाग के पूर्वी छोर से निकला जुलूस अपने पारम्परिक रास्तों सरांय हड़हा, छत्तातले, नारियल बाजार, दालमंडी, मस्जिद खुदा बख्श जायसी (लंगड़े हाफिज) फारान होटल, नई सड़क चौराहा, मस्जिद कारी साहब से होता हुआ अपने निर्धारित स्थान पर समाप्त हुआ। जुलूस में शामिल तीन दर्जन से अधिक नातिया अंजुमनें हुजूर की शान में दरुदो सलाम का नजराना पेश करते चल रही थीं। जुलूस समाप्ति वाले स्थान पर कमेटी के सरपरस्त मौलाना सूफी मुहम्मद जकीउल्लाह असदुल कादरी ने विस्तार पूर्वक तकरीर की। इस अवसर पर कमेटी की ओर से मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डाक्टर इफ्तेखार अहमद जावेद को स्मृति चिंह भेंटकर सम्मानित भी किया गया।

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