वाराणसी में बैंक मैनेजर हत्‍याकांड : होटल में सह प्रबंधक था मास्टर माइंड, भाई लुटेरा

बैंक प्रबंधक फूलचंद राम की हत्या व लूट के मास्टरमाइंड का परिवार मऊ शहर में रहता है। वह एक वर्ष पूर्व तक नगर के एक होटल में सह प्रबंधक था। उसका भाई चंदन राय ने कुछ माह पूर्व कोलकाता के एक ज्वेलरी शो-रूम में लूट की घटना को अंजाम दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 08:50 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 08:50 AM (IST)
वाराणसी में बैंक मैनेजर हत्‍याकांड : होटल में सह प्रबंधक था मास्टर माइंड, भाई लुटेरा
वाराणसी में बैंक प्रबंधक की हत्या व लूट के मास्टरमाइंड व साथी

वाराणसी, जेएनएन। बैंक प्रबंधक फूलचंद राम की हत्या व लूट के मास्टरमाइंड का परिवार मऊ शहर में रहता है। वह एक वर्ष पूर्व तक नगर के एक होटल में सह प्रबंधक था। उसका भाई चंदन राय ने कुछ माह पूर्व कोलकाता के एक ज्वेलरी शो-रूम में लूट की घटना को अंजाम दिया था। इसमें उसके गोरखपुर के कुछ साथी गिरफ्तार हुए थे, लेकिन वह अभी भी फरार चल रहा है। मास्टर माइंड आलोक राय का जिले में कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है।

विकास जा चुका है जेल

इंटर तक पढ़ाई करने वाला आरोपित विकास गौड़ तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर है। वह रंगदारी वसूली के मामले में कुछ वर्ष पूर्व जेल भी गया था।

कालेज का टापर रहा अरुण

वारदात में आरोपित अरुण मिश्रा चार वर्ष पूर्व राष्ट्रीय इंटर कालेज चिरैयाकोट का टापर रहा है। पढ़ाई के बाद वह पैसा दूना करने वाली कंपनियों के संपर्क में आया। इसमें उसके कई लाख रुपये डूब गए। मांगने वाले रोजाना घर तक आने लगे। इसी बीच अध्यापक पद से रिटायर हुए पिता के फंड आदि को देकर लोगों का पैसा चुकाने लगा। इससे भी लोगों का पैसा नहीं चुकता हुआ तो पैतृक जमीन बेचकर पिता ने पैसे चुकाए। इसी बीच वह अपराधियों के संपर्क में आ गया।

नितेश ने लगाया परिवार की प्रतिष्ठा पर दाग

शादियाबाद थाना क्षेत्र के बरहट गांव निवासी नितेश सिंह का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह चार-भाई बहनों में सबसे बड़ा है। उसने प्रेम विवाह किया है। उसके पिता किसोरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर अध्यापक हैं। उनका वेतन पिछले कई सालो से रुका हुआ है।

प्राइवेट जाब में विकास

आरोपित राहुल तिवारी गरीब परिवार का है। इंटर तक पढ़ाई करने के बाद वह प्राइवेट काम करता था।

मुख्य आरोपित आलोक राय ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि बैंक प्रबंधक से 50 लाख रुपये की ठगी की जानी थी। इस साजिश में उसने राहुल तिवारी व उसके मित्र सतपाल पासवान को अपने साथ शामिल किया था। सतपाल का पिता डबल मर्डर में जेल में बंद है और उसे पैसों की जरूरत थी। आरोपित नितेश ने घटना में प्रयुक्त स्कर्पियो किराए पर ली थी। आरोपित अरुण मिश्रा को पैसे का लालच देकर उसके मोबाइल फोन का प्रयोग किया गया था। इस साजिश में शूटर राजू पंडित, धीरेंद्र व विकास गौड़ को शामिल किया गया था। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि पिंडरा में पटेल ढाबा के पास बैंक प्रबंधक के साथ आरोपित मुकेश पाल (पूर्व में गिरफ्तार) मिला था। साजिश के तहत प्रबंधक को संदहा चौराहे की तरफ ले जाकर पैसा लूटना था।

जब प्रबंधक को कैथौली से वाराणसी की ओर मुडऩे को कहा गया था। इस पर प्रबंधक के इन्कार करने पर धीरेंद्र के इशारे पर राजू पंडित ने गोली मारकर हत्या कर दी और रुपये से भरा थैला लेकर दूसरी स्कार्पियो से जौनपुर की ओर फरार हो गए थे। इस थैले में 20 लाख रुपये होने की बात सामने आई थी। बता दें कि गत नौ जून की शाम बदमाशों ने फूलपुर थाना क्षेत्र में स्कार्पियो सवार बैंक प्रबंधक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बदमाशों के साथ प्रबंधक के पैर के पास रखा थैला बच गया था जिसमें 27 लाख रुपये बरामद किए गए थे।

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