करवाचौथ पर छाया साड़ी संग बनारसी दुपट्टा, डिजिटल प्रिंट ब्लाउज व पावरलूम की साडिय़ां बिखेर रहीं जलवा
लाल रंग के साथ नहीं बल्कि कुछ अलग अंदाज में करवाचौथ पर सजने के लिए इस बार महिलाएं साडिय़ां व परिधान चुन रही हैं।
वाराणसी [वंदना सिंह]। करवाचौथ की खरीदारी महिलाएं जोरशोर से कर रही हैं। अब केवल लाल रंग के साथ नहीं बल्कि कुछ अलग अंदाज में करवाचौथ पर सजने के लिए इस बार महिलाएं साडिय़ां व परिधान चुन रही हैं। लाल के साथ ही हल्के रंगों वाली साडिय़ों की मांग है। साडिय़ों का स्टाइल व फैब्रिक भी खास हो गया है। वहीं बनारसी दुपट्टे के साथ साड़ी का कांबिनेशन इस बार जादू बिखेर रहा है।
सिल्क में एथनिक लुक की साड़ी और शिफॉन में प्रिंटेड साड़ी स्वरोस्की वर्क के साथ तो महिलाओं को खूब लुभा रही है। इसके साथ ही शिफॉन फैब्रिक में सॉटन बार्डर पर प्लेन साड़ी डिजिटल ब्लाउज के साथ तो इस वक्त धूम मचाए हुए है। यह साड़ी कॉटन, सिल्क, लिनन फैब्रिक पर तैयार हो रही है। पावर लूम डिजाइन तो चलन में हैं। कुल मिलाकर साड़ी का यह अवतार छाया हुआ है।
इस बार क्रास कलर्स ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं इसमें नारंगी और गुलाबी रंग काफी पसंद किया जा रहा है। इसके साथ ही एक्वॉ कलर कांबिनेशन जो फिरोजी और रामा रंग का मिक्सअप होता है वह भी महिलाओं को लुभा रहा है। इस वक्त बनारसी लहंगा तो महिलाओं व लड़कियों की पहली पसंद में शुमार है। बनारसी में गाजरी, ऑफ व्हाइट, नीला, नारंगी, पिंक काफी डिमांड है। वहीं खड्डी का लहंगा जिसमें जार्जेट फैब्रिक पर लहंगे पर वर्क किया जाता है और इसके साथ बांधनी की चुन्नी होती है।
परंपरागत डिजाइन है पहली पसंद
दशाश्वमेध के साड़ी व लहंगा व्यवसायी पंकज पेशवानी बताते हैं कि ब्राइट कलर्स की डिमांड है। साडि़य़ों में सिल्क, शिफॉन फैब्रिक चलन में है। कुल मिलाकर चाहे वह लहंगा हो या साड़ी परंपरागत डिजाइन ज्यादा पसंद की जा रही है। साड़ी के साथ बनारसी दुपट्टा भी खूब पसंद किया जा रहा है।
चटख लाल रंग की चूडिय़ां
दशाश्वमेध बाजार के चूडिय़ों के व्यापारी मनोज झा ने बताया कि करवाचौथ पर लाल रंग की कांच की प्लेन व डिजाइनर दोनों तरह की चूडिय़ां डिमांड में हैं। मेटल की चूडिय़ां भी खूब बिक रही हैं।
जश्न में दिखा करवाचौथ व दिवाली मेले का रंग
जश्न की ओर से शुक्रवार को महमूरगंज स्थित लॉन में करवाचौथ और दिवाली मेले का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभिन्न प्रकार के लगभग 70 दुकानें लगाई गईं। जिसमें वाराणसी सहित जयपुर, कोलकाता, नई दिल्ली, कानपुर, प्रयागराज, अमृतसर आदि के कई नायाब कलात्मक सामान शामिल थे। इस दौरान त्योहार को देखते हुए कपड़ों, चादरों, बंदनवार, आर्ट 'वेलरी, फर्नीचर और हाउसहोल्ड प्रोडक्ट्स, हर्बल प्रोडक्ट्स के दुकानों पर महिलाओं की भीड़ रही। वहीं एक महिला टैरो कार्ड रीडर विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। मेले में बैंक का स्टाल भी था जो गृहणियों एवं महिला उद्यमिता के इस प्रयास से बैंक को जोडऩे के लिए सक्रिय रहा। मुख्य अतिथि पूजा मधोक, मीना त्रिवेदी, रानिका जायसवाल थीं।