भोपाल में आजमगढ़ के युवक की मौत, शव पहुंचते ही आक्रोशित लोगों ने फूंकी चौकी प्रभारी की बाइक
भोपाल में एक युवक की मौत के बाद रविवार को शव पहुंचते ही छपरा सुल्तानुपर से लेकर जीयनपुर तक बवाल मच गया। ग्रामीणों के पथराव से कई पुलिस कर्मी घायल हो गए भीड़ ने इमिलिया चौकी प्रभारी की बाइक फूंक दी। ग्रामीणों का गुस्सा देख पुलिस वाले जान बचाकर भागे।
आजमगढ़, जेएनएन। भोपाल में एक युवक की मौत के बाद रविवार को शव पहुंचते ही छपरा सुल्तानुपर से लेकर जीयनपुर तक बवाल मच गया। ग्रामीणों के पथराव से कई पुलिस कर्मी घायल हो गए, भीड़ ने इमिलिया चौकी प्रभारी की बाइक फूंक दी। ग्रामीणों का गुस्सा देख पुलिस वाले जान बचाकर भाग चले। मौका मिलते ही पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए और ग्रामीणों पर जमकर लाठियां बरसाईं। ग्रामीण एक स्कूल प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
जीयनपुर कोतवाली के छपरा सुलतानपुर निवासी धर्मपाल गौड़ (22) पुत्र रामपाल गौड़ गांव के ही एक निजी विद्यालय में शिक्षण कार्य करते थे। स्वजनों का कहना है कि धर्मपाल छह अप्रैल को विद्यालय गए और वहीं से विद्यालय के प्रबंधक ने किसी कार्य से भोपाल भेज दिया। दो दिन पूर्व भोपाल पुलिस द्वारा सूचना आई कि धर्मपाल की मृत्यु हो गई है। आप लोग आकर शव ले जाएं। परिवार के लोग शव लेकर रविवार को दिन में लगभग तीन बजे छपरा सुलतानपुर पहुंचे और जाम लगाने का प्रयास किया। इसकी सूचना मिलते ही जीयनपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई और एंबुलेंस को गांव में न ले जाकर कोतवाली की ओर घुमाने लगी।
इस बीच गांव के लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने लोगों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया तो ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इससे आधा दर्जन पुलिसकर्मी और एक दर्जन ग्रामीण घायल हो गए। ग्रामीणों ने चौकी प्रभारी इमिलिया भगत सिंह की मोटरसाइकिल फूंक दी। ग्रामीणों का आक्रोश देख पुलिस के लोग अपनी जान बचा कर मौके से भाग चले। कुछ ही देर बाद पुलिस ने भी पथराव किया और जमकर लाठियां बरसाईं। हालात बेकाबू हाेने की सूचना पर एसपी सुधीर कुमार सिंह, एसपीआरए सिद्धार्थ, एसडीएम गौरव कुमार, सीओ राजेश तिवारी भी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। भारी संख्या में फोर्स के पहुंचने के बाद ग्रामीण गांव में भाग गए। जबकि पुलिस ने शव को जीयनपुर कोतवाली भेज दिया। उधर एसपी ने देर शाम भारी फोर्स के साथ छपरा सुल्तानपुर गांव में प्रवेश किया तो पता चला कि अधिकतर पुरुष घर छोड़कर फरार हो चुके थे।