वाराणसी में अब सिर्फ सीएनजी पर चलेंगे आटो, परिवहन विभाग और गेल का फैसला
कमिश्नर सभागार में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की मीटिंग हुई इस मीटिंग की अध्यक्षता वाराणसी डिवीजन के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने की। मीटिंग के दौरान आरटीओ और गेल के मुख्य प्रबंधक मार्केटिंग सुरेश तिवारी उपस्थित रहे। इस समय वाराणसी में 10 सीएनजी स्टेशन चल रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। कमिश्नर सभागार में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की मीटिंग हुई इस मीटिंग की अध्यक्षता वाराणसी डिवीजन के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने की। मीटिंग के दौरान आरटीओ और गेल के मुख्य प्रबंधक मार्केटिंग सुरेश तिवारी उपस्थित रहे। मीटिंग के दौरान सुरेश तिवारी के द्वारा यह बताया गया कि इस समय वाराणसी में 10 सीएनजी स्टेशन चल रहे हैं जिनकी क्षमता एक लाख किलो सीएनजी प्रतिदिन से अधिक की है जबकि इसकी तुलना में खपत मात्र 30000 किलो प्रति दिन दिन ही हो रही है ।
इसी संदर्भ में इस मीटिंग में यह निश्चित किया गया कि कि 31 मार्च के बाद वाराणसी में मात्र सीएनजी ऑटो ही चलने मान्य किए जाएंगे । साथ ही कमिश्नर महोदय ने करीब 50 बसों को सीएनजी में कन्वर्ट करने का निर्देश दिया । इस संबंध में गेल के द्वारा यह सूचित किया गया कि यदि विद्यालयों की और अन्य प्रतिष्ठानों की अधिकाधिक बसें, सीएनजी में परिवर्तित कर दी जाए तो यह न केवल वाहन मालिकों एवं सरकार के लिए किफायती साबित होगा बल्कि साथ ही वाराणसी के पर्यावरण को भी स्वच्छ बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
महंगाई के इस युग में जहां एक ओर पेट्रोल एवं डीजल के मूल्य प्रतिदिन बढ़ रहे हैं ऐसे में सीएनजी एक वरदान के रूप में उभरा है आज बनारस शहर में डीजल 81. 61 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल 89.10 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है और दूसरी तरफ सीएनजी की कीमत 57.50 रुपये प्रति किलोग्राम है। ऐसे में डीजल की तुलना में सीएनजी लगभग 42 परसेंट सस्ती है और पेट्रोल की तुलना में 55 परसेंट सस्ती है। सीएनजी एक किफायती ईंधन होने के साथ-साथ पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुकूल है अत? आज इस कोरोना महामारी के युग में जहां मानव जाति प्रदूषण की वजह से नित्य नई बीमारियों से ग्रसित हो रही है ऐसे में मानवता के प्रति भी हम सभी का कर्तव्य है कि हम साफ एवं स्वच्छ ईंधन को ही अपनाएं और एक सच्चा मानव होने का अपना कर्तव्य पूरा करें।
सीएनजी न केवल मूल्य की दृष्टि से बेहतर है अपितु सुरक्षित भी है अत? इस महंगाई के युग में जहां जनता की जेब पर पेट्रोल एवं डीजल नित नई मार लगा रहे हैं, ऐसे में सीएनजी को अपनाना बुद्धिमत्ता की बात है। व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रतिष्ठानों की बात करें तो वहां भी पीएनजी सुरक्षित एवं सुविधाजनक होने के साथ-साथ किफायती भी है। आज 19 किलो का एलपीजी सिलेंडर लगभग ?1655 में उपलब्ध है जबकि सीएनजी की कीमत 31.61 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एसक्यूएम) है जो कि एक 19 किलो किलो के सिलेंडर बराबर ऊष्मा देने के लिए 1600 रुपए के मुकाबले मात्र 700 रुपये में ही उपलब्ध हो रही है अत: यहां भी औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को 136त्न से अधिक का आश्चर्यजनक लाभ है ऐसे में हम सभी लोगों को यह चाहिए कि हम पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करने के साथ-साथ अपनी बचत को भी बढ़ावा देने के लिए सीएनजी एवं पीएनजी का अधिकाधिक उपयोग करें।