वाराणसी जंक्शन : छावनी क्षेत्र में अतिक्रमण हटते ही स्टेशन पर विकास का तीसरा चरण आरंभ

रिमाडलिंग के तहत कैंट स्टेशन पर बाइपास लाइन बिछाई जा रही है। ताकि मालगाड़ियां बिना प्लेटफार्म पर प्रवेश किए आगे निकल जाएं। प्लेटफार्म नंबर नौ के बाहर पुराने भवन को तोड़कर तीसरी और चौथी लाइन बिछाई जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:04 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:59 PM (IST)
वाराणसी जंक्शन : छावनी क्षेत्र में अतिक्रमण हटते ही स्टेशन पर विकास का तीसरा चरण आरंभ
रिमाडलिंग के तहत कैंट स्टेशन पर बाइपास लाइन बिछाई जा रही है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। रिमाडलिंग के तहत विकसित किए जा रहे कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित परियोजनाएं वर्ष 2023 तक मूर्त रूप लेने लगेंगी। छावनी क्षेत्र में बाधक बने अतिक्रमण से मुक्ति मिलते ही रेलवे प्रशासन ने तीसरे चरण के विकास कार्यों को आकार देना शुरू कर दिया है। अब वरुणापार इलाके के लोगों ट्रेन पकड़ने के लिए लंबा रास्ता तय नहीं करना पड़ेगा।

5.68 करोड़ की लागत से प्रस्तावित परियोजनाओं में शामिल द्वितीय प्रवेश द्वार को मेट्रो सिटीज के स्टेशन की तरह विकसित किया जा रहा है। यहां कई परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इसे मूर्तरूप देने के लिए पांच वर्ष पहले रक्षा मंत्रालय और रेल मंत्रालय के बीच सहमति बनी थी। छावनी क्षेत्र में 20 हजार वर्ग मीटर जमीन देने का करार हुआ था। प्रस्तावित विकास कार्यों के तहत यहां तीसरे फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।

बाहर से निकल जाएगी मालगाड़ी : रिमाडलिंग के तहत कैंट स्टेशन पर बाइपास लाइन बिछाई जा रही है। ताकि मालगाड़ियां बिना प्लेटफार्म पर प्रवेश किए आगे निकल जाएं। प्लेटफार्म नंबर नौ के बाहर पुराने भवन को तोड़कर तीसरी और चौथी लाइन बिछाई जा रही है। शिवपुर से आने वाली लाइन अंधरापुल से जोड़ दी जाएगी। इससे यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित नहीं होगा।

सुविधायुक्त बनेगी डबल स्टोरी बिल्डिंग : द्वितीय प्रवेश द्वार के विस्तार कार्य के तहत यहां दो मंजिला भवन भी बनाया जा रहा है। जिसमें टिकट बुकिंग काउंटर, खानपान स्टाल, यात्री विश्राम कक्ष, लाउंज और शौचालय होंगे। भवन में मनोरंजन का साधन भी उपलब्ध कराया जाएगा।

सीडीओ कांप्लेक्स तैयार : द्वितीय प्रवेश द्वार पर सीडीओ कांप्लेक्स बनकर तैयार है। यहां यार्ड के सभी कार्यालय शिफ्ट किए जाएंगे। यांत्रिक और विद्युत विभाग एक ही छत के नीचे काम करेंगे।

तीन महीने में तैयार हो जाएंगे नए प्लेटफार्म : तीन महीने के अंदर प्लेटफार्म नंबर 10 और 11 बनकर तैयार हो जाएंगे। बेस वर्क हो चुका है, प्लेटफार्म की लंबाई को लेकर कुछ कार्य रह गए हैं। नए भवन में आरआरआइ स्थापित होने के बाद नए प्लेटफार्म से भी गाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा।

इसी साल चौड़े होंगे प्लेटफार्म : कोविड काल के चलते प्रभावित प्लेटफार्म नंबर दो और तीन के चौड़ीकरण का काम इसी वर्ष पूरा करने का लक्ष्य है। इंटरलाकिंग से पहले स्थानीय प्रशासन ने रिपोर्ट बनाकर लखनऊ मुख्यालय भेज दिया है। अनुमति मिलते ही प्लेटफार्म के चौड़ीकरण का काम शुरू हो जाएगा।

बोले अधिकारी : रिमाडलिंग के कार्य में सभी प्रकार की बाधाएं दूर कर ली गई हैं। अब काम को समय से पूरा करने का लक्ष्य है।

- आनंद मोहन, निदेशक कैंट स्टेशन।

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