वाराणसी में एंबुलेंस का किराया तय होते ही चालक करने लगे बहानेबाजी, एंबुलेंस खाली नहीं है का खेल शुरू

कोरोना संक्रमित मरीजों को पहुंचाने के नाम पर एंबुलेंस संचालक और चालक ने बहानेबाजी शुरू कर दी। किसी अस्पताल संचालक ने एंबुलेंस तो किसी ने चालक नहीं होने की बात कही। कुछ ने एंबुलेंस बुक होने की बात कही।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:40 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 08:40 AM (IST)
वाराणसी में एंबुलेंस का किराया तय होते ही चालक करने लगे बहानेबाजी, एंबुलेंस खाली नहीं है का खेल शुरू
एंबुलेंस संचालकों और चालकों के लिए जिला प्रशासन ने किराया तय किया तो उन्होंने दूसरा रास्ता अख्तियार कर लिया।

वाराणसी, जेएनएन। एंबुलेंस संचालकों और चालकों के मनमानी पर नकेल के लिए जिला प्रशासन ने किराया तय किया तो उन्होंने दूसरा रास्ता अख्तियार कर लिया। कोरोना संक्रमित मरीजों को पहुंचाने के नाम पर एंबुलेंस संचालक और चालक ने बहानेबाजी शुरू कर दी। किसी अस्पताल संचालक ने एंबुलेंस तो किसी ने चालक नहीं होने की बात कही। कुछ ने एंबुलेंस बुक होने की बात कही। अंतत : मरीजों की परेशानी कम होने की बजाय बढ़ गई। दैनिक जागरण के हेल्प लाइन नंबर रविवार को तीन कॉल आए। तीनों ने अपनी समस्या रखते हुए एंबुलेंस व्यवस्था करने की मांग रखी। वहीं, नोडल अफसर शिकायत आने पर कार्रवाई करने की बात करते रहे।

शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शनिवार को एंबुलेंस का किराया तय करते हुए लिस्ट सार्वजनिक कर दिया जिससे मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो। डीएम ने दो नोडल अफसर नामित करते हुए दोनों के मोबाइल नंबर सार्वजिनक कर दिया जिससे मरीज या उनके परीजन कोई समस्या होने पर संपर्क कर सके। दोनों अधिकारियों का दावा है कि रविवार को एंबुलेंस चालक द्वारा अधिक किराया लेने को लेकर एक भी शिकायत नहीं आई। यदि कॉल आया होता तो उनकी समस्याओं का निस्तारण जरूर किया जाता। दोपहर 1.22 बजे मकबूल आलम रोड स्थित एक अस्पताल से मोहम्मद राशिद का फोन आया। उन्होंने बताया कि पत्नी की तबीयत खराब होने पर वाहन खोजने के लिए सड़क पर गया लेकिन नहीं मिला। पास स्थित अस्पताल के पास एक एंबुलेंस खड़ी थी। बीएचयू जाने के लिए पहले उसने चार हजार रुपये मांगें। रेट निर्धारित होने की बात करने पर कुछ नहीं बोला। 10 मिनट बाद चालक बोला अस्पताल से मरीज लेकर जाना है।

दूसरा काॅल दोपहर करीब ढाई बजे आया। उसने भी एंबुलेंस नहीं मिलने की बात कही। शहीद उद्यान स्थित काशी कोविड रिस्पांस सेंटर पर कॉल करने पर एंबुलेंस मौके पर पहुंचा और मरीज को लेकर बीएचयू पहुंचाया। तीसरा कॉल शाम सवा छह अर्दली बाजार विनोद कुमार का आया। इस संवददाता ने काशी कोविड रिस्पांस सेंटर का नंबर विनोद कुमार को दिया। दो घंटे बाद रात आठ बजे एंबुलेंस पहुंचा। इस बारे में अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) विकास कुमार का कहना है कि एंबुलेंस को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। एआरटीओ सर्वेश चतुर्वेदी का कहना है कि एंबुलेंस को लेकर शाम को एक काॅल आया था। उन्हें काशी कोविड रिस्पांस सेंटर से एंबुलेंस उपलब्ध करा दिया गया। अधिक किराया लेने को लेकर कोई शिकायत नहीं आई।

chat bot
आपका साथी