वाराणसी में पंचायत चुनाव खत्म होते ही चट्टी- चौराहों पर जीत की चल रही आंकड़ेबाजी
पंचायत चुनाव के लिए मतदान खत्म होने के दूसरे दिन मंगलवार को प्रत्याशी और उनके समर्थन चट्टी-चौराहों पर जीत का आंकड़ा निकालते नजर आएं। कोई जातिगत आधार पर तो कोई अपनी काम के बदौलत तो कोई अपने सेटिंग-गेटिंग के जरिए।
वाराणसी, जेएनएन। पंचायत चुनाव के लिए मतदान खत्म होने के दूसरे दिन मंगलवार को प्रत्याशी और उनके समर्थन चट्टी-चौराहों पर जीत का आंकड़ा निकालते नजर आएं। कोई जातिगत आधार पर तो कोई अपनी काम के बदौलत तो कोई अपने सेटिंग-गेटिंग के जरिए। किसका वोट मिलेगा होगा, कौन दे सकता है, किसने नहीं दिया आदि चर्चाओं का माहौल गर्म हो गया है। कई प्रत्याशियों के घर पर ही सुबह-सुबह पंचायत चुनाव की समीक्षा होने लगी।
जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे या बनने का सपना लिए लोग कई साल से तैयारी कर रहे थे। पिछली चुनाव में कम मत से हारे प्रत्याशी इस बार जीत पक्की मानकर चुनाव मैदान में थे तो कई नए चेहरे भी चुनाव लड़ रहे थे। जीतने के लिए किसी प्रत्याशी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। वे धन, बल और अपने संबंधों का हवाला देते हुए मतदाताओं से वोट मांग रहे थे। कई दिनों से अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए दिन-रात प्रत्याशी मेहनत कर रहे थे। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने के बाद भी प्रत्याशी और समर्थक बिना डरे मतदाताओं से घर-घर जाकर संपर्क कर रहे थे।
कई तो कोरोना संक्रमण की जद में आने के बाद भी बिना जांच कराए प्रचार-प्रसार कर रहे थे। मतदान खत्म होने के बाद थोड़ी राहत जरूर मिली लेकिन अब वे जीत को लेकर आंकड़ा निकालने लगे हैं। इस आंकड़ेबाजी में मतदाता भी पीछे नहीं रहे। मतदाता चाय-पान की दुकानों पर बैठकर प्रत्याशियों के हार-जीत पर चर्चा करते रहे। कोई किसी प्रत्याशी को तो कोई किसी प्रत्याशी को जीतने का दावा कर रहा है लेकिन जीतेगा कौन यह किसी को मालूम नहीं है। उनके भाग्य का फैसला हो चुका है और दो मई को होने वाले मतगणना में भाग्य उदय होगा।