डीएल अभ्यर्थियों की शिकायत पर वाराणसी के चौकाघाट परिवहन कार्यालय पहुंचे एआरटीओ, खुद संभाली कमान

वाराणसी चौकाघाट में परिवहन कार्यालय में भीड़ और दबाव का फायदा उठाते हुए कुछ लोग एजेंसी कर्मियों की मिलीभगत से डीएल अभ्यर्थियों से सुविधा शुल्क लेते हैं। इसकी शिकायत मुख्यालय पहुंची तो अपर परिवहन आयुक्त ने एआरटीओ को खुद जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 10:54 AM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 10:54 AM (IST)
डीएल अभ्यर्थियों की शिकायत पर वाराणसी के चौकाघाट परिवहन कार्यालय पहुंचे एआरटीओ, खुद संभाली कमान
डीएल अभ्यर्थियों की शिकायत पर वाराणसी के चौकाघाट परिवहन कार्यालय पहुंचे एआरटीओ

वाराणसी, जेएनएन। चौकाघाट स्थित परिवहन कार्यालय में संभागीय निरीक्षक (आरआइ) के नहीं बैठने और डीएल अभ्यर्थियों का उत्पीडऩ मिलने की शिकायत पर गुरुवार की सुबह सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) धमक पड़े। समय से कर्मचारियों और डीएल बनाने वाले एजेंसी कर्मियों के नहीं पहुंचने पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें चेतावनी दी। एआरटीओ ने आरआइ व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। कार्यप्रणाली में सुधार नहीं लाने पर एजेंसी के खिलाफ मुख्यालय पत्र लिखा जाएगा।

ड्राइविंग लाइसेंस अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए चौकाघाट में परिवहन कार्यालय (विस्तार पटल) खोला गया है। शहर के बीच होने के कारण यहां अभ्यर्थियों की भीड़ रहती है। भीड़ और दबाव का फायदा उठाते हुए कुछ लोग एजेंसी कर्मियों की मिलीभगत से डीएल अभ्यर्थियों से सुविधा शुल्क लेते हैं। इसकी शिकायत मुख्यालय पहुंची तो अपर परिवहन आयुक्त ने एआरटीओ को खुद जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एआरटीओ सुबह 10 बजे परिवहन कार्यालय पहुंचे तो एक बाबू, एजेंसी कर्मी कम दिखाई पड़े। अभ्यर्थी डीएल बनवाने के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। वहां खड़े अभ्यर्थियों से एआरटीओ ने पूछा तो एक ने बताया कि लर्निंग डीएल बनाने के नाम पर एक व्यक्ति ने फीस के अलावा 600 रुपये लिया है। इसी प्रकार दूसरे अभ्यर्थी ने बताया कि परमानेंट डीएल के लिए 900 रुपये अलग से लिया गया है। पैसा नहीं देने पर फेल कर दिया जाता है। अभ्यर्थियों की बयान सुन एआरटीओ ने तत्काल आरआइ से चौकाघाट परिवहन कार्यालय का कार्यभार हटाते हुए अपने पास रख लिया। एआरटीओ सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि बनारस में चार आरआइ के पद सृजित है लेकिन दो की तैनाती है। एप से वाहनों का फिटनेस होने के कारण आरआइ पर अधिक दबाव है। साथ ही वह चौकाघाट कार्यालय पर कम बैठते हैं। ऐसे में उन्हें चौकाघाट कार्यालय से मुक्त कर दिया गया है। जब तक दूसरा कोई आरआइ नहीं आ जाता है तब तक हम खुद काम देखेंगे। साथ ही दो अन्य आरआइ की नियुक्त के लिए मुख्यालय पत्र लिखेंगे।

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