अफगानिस्तान से किशमिश और कैलिफोर्निया से बादाम की आवक हुई कम, वाराणसी में दस फीसद बढ़ गया भाव
ईंधन की बढ़ती कीमतें अफगानिस्तान में खराब हालात का असर भारत के मेवा बाजार पर दिख रहा है। पिछले 10 दिन के भीतर मेवा के भावों में करीब दस फीसद की वृद्धि हुई। सबसे अधिक किशमिश अंजीर और बादाम के भावों में तेजी आई है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। ईंधन की बढ़ती कीमतें, अफगानिस्तान में खराब हालात का असर भारत के मेवा बाजार पर दिख रहा है। पिछले 10 दिन के भीतर मेवा के भावों में करीब दस फीसद की वृद्धि हुई। सबसे अधिक किशमिश, अंजीर और बादाम के भावों में तेजी आई है।
दरअसल, सावन में व्रत और पूजन-अनुष्ठान के कारण मेवा की खपत बढ़ जाती है। ऐसे समय में मिठाई व फलाहार में इसका अधिक उपयोग होता है। इसमें किशमिश व बादाम की मांग अधिक होती है। मेवा बाजार के जानकारों की मानें तो जैसे ही मांग बढ़ेगी भाव में और तेजी आएगी। पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी गोला दीनानाथ के थोक व्यापारी अनिल केसरी बताते हैं कि सावन में मेवा की खपत के कारण बाजार में मांग बढ़ जाती है। दक्षिण भारत में बाढ़ आने से माल की आवक कम है। मंडी के व्यापारी मुकेश जायसवाल बताते हैं कि गत वर्ष अक्टूबर-नवंबर में कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी। कोरोना की दूसरी लहर में मांग बढ़ी, लेकिन कीमतें स्थिर रहीं।
अफगानिस्तान से आने वाले सूखे मेवे का चढ़ा भाव
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात का असर वहां से आयात होने वाले खाद्य उत्पादों पर पड़ रहा है। अफगानिस्तानी मुनक्का, अंजीर, खुमानी, कंधारी किशमिश और मामरा बादाम के दाम में 100 से 200 रुपये प्रतिकिलो की तेजी है। अफगानिस्तान के हालात को देखते कारोबारी माल नहीं भेज रहे हैं। अगर वहां हालात सामान्य नहीं हुए तो वहां से आने वाले सूखे मेवे की कीमत डेढ़ गुनी होने की आशंका है।
कैलिफोर्निया के बादाम की आवक कम होने से भाव में जबरदस्त उछाल
काजू-बादाम की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। 550 रुपये प्रति किलो मिलने वाला बादाम 600 रुपये हो गया है। इसी तरह काजू और मखाने के भाव में 60 से 100 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। सूखे मेवे के थोक कारोबारियों के मुताबिक मांग बढऩे और कैलिफोर्निया बादाम की आवक कम होने का असर कीमतों पर पड़ा है। दरअसल कोरोना के दूसरी लहर को देखते हुए बड़े कारोबारियों ने माल कम मंगवाया था। बाजार खुलने के बाद बादाम की मांग बढ़ी तो भाव में भी तेजी आ गई। वहीं बिहार के दरभंगा से आने वाला मखाना भी 100 रुपये तक महंगा हो गया है। वर्तमान में मखाना 800 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। जबकि जून में यह 680 से 700 रुपये तक बिका था।
मेवा पहले अब
बादाम 550 600
मखाना 680 800
काजू 700 800
किशमिश 250 300
अंजीर 800 1000
मुनक्का 320 400
सूखा नारियल 150 200
पिस्ता (नमकीन)820 900
पिस्ता (हरा)1600 1900