खुली क्रासिंग के बीच दुर्घटनाग्रस्त होने से बची अर्चना एक्सप्रेस, ट्रेन की आवाज सुन गेटमैन लाल कपड़ा हाथ में लेकर दौड़ा

वाराणसी-प्रतापगढ़ रेलखंड के गरियांव स्टेशन पर सोमवार की शाम अर्चना एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। स्टेशन मास्टर के अनुसार ट्रेन के गुजरते समय फाटक नहीं बंद हो सका था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 07:11 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 09:53 PM (IST)
खुली क्रासिंग के बीच दुर्घटनाग्रस्त होने से बची अर्चना एक्सप्रेस, ट्रेन की आवाज सुन गेटमैन लाल कपड़ा हाथ में लेकर दौड़ा
खुली क्रासिंग के बीच दुर्घटनाग्रस्त होने से बची अर्चना एक्सप्रेस, ट्रेन की आवाज सुन गेटमैन लाल कपड़ा हाथ में लेकर दौड़ा

जौनपुर, जेएनएन। वाराणसी-प्रतापगढ़ रेल खंड स्थित जंघई जंक्शन के पश्चिम गरियांव रेलवे फाटक पर जम्मूतवी से चलकर राजेंद्रनगर पटना को जाने वाली अर्चना एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। बताया जा रहा है कि स्टेशन मास्टर की ओर से गेटमैन को फाटक बंद करने की सूचना समय पर नहीं मिल पाई। ट्रेन की आवाज सुन गेटमैन लाल कपड़ा हाथ में लेकर उये रूकवाने को दौड़ पड़ा। चालक ने भी खतरे को भांपते हुए ट्रेन को क्रासिंग के कुछ दूर पहले ही रोक दिया, जिससे एक बड़ी रेल हादसा टल गया। क्रासिंग पर ट्रेन तकरीबन आधे घंटे खड़ी रही। मामला सोमवार दोपहर तकरीबन तीन बजे का है।

गेटमैन जंघई-मुंगराबादशाहपुर रोड पर क्रासिंग पार कर रहे लोगों के लिए फरिश्ता बनकर आया। उन्हें पता भी नहीं था कि मौत बेहद रफ्तार से उनके करीब आ रही है। दोपहर के वक्त ट्रैक पर तेजी से बढ़ रही अर्चना एक्सप्रेस को रूकवाने के लिए गेटमैन हाथ में लाल कपड़ा लेकर चिल्लाते हुए उसे रोकने को दौड़ पड़ा। यह तो गनीमत रही कि चालक ने भी सूझबूझ का परिचय देते हुए ट्रेन को पहले रोक दिया। मामले का पता लगते ही महकमे में हड़कंप मच गया। ट्रेन तकरीबन आधे घंटे रूकी रही।

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