आजमगढ़ में एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते सेक्रेटरी को पकड़ा, भुगतान के नाम पर मांगा था दस हजार रुपये
अजमतगढ़ ब्लाक के पुरुषोत्तमपुर गांव के पूर्व प्रधान अवधेश गौतम ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन थाना गोरखपुर में की थी। थाना प्रभारी रामधारी मिश्रा के नेतृत्व में टीम जिले में पहुंची तो लेनदेन की जगह रजादेपुर तिराहा तय हुई।
आजमगढ़, जेएनएन। सरकार के लाख प्रयास के बाद भी भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अभी हाल ही में गंभीरपुर क्षेत्र में एक लेखपाल पैमाइश के नाम पर रिश्वत लेते दबोचा गया था तो मंगलवार को ग्राम पंचायत अधिकारी को एंटी करप्शन टीम ने जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के रजादेपुर तिराहे से 10 हजार रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। उसने पूर्व प्रधान से भुगतान के नाम पर 10 हजार रुपये की डिमांड की थी।
अजमतगढ़ ब्लाक के पुरुषोत्तमपुर गांव के पूर्व प्रधान अवधेश गौतम ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन थाना गोरखपुर में की थी। थाना प्रभारी रामधारी मिश्रा के नेतृत्व में टीम जिले में पहुंची तो लेनदेन की जगह रजादेपुर तिराहा तय हुई। बात पक्की हुई तो टीम ने रयासन लगे नोट को पूर्व प्रधान को थमाया। आरोपित सेक्रेटरी श्रीराम निवासी मधुबन (मऊ) वहां पूर्व प्रधान के आने का इंतजार कर रहा था। अवधेश ने जैसे ही सेक्रेटरी काे रुपये दिए, तब तक आसपास खड़े टीम के सदस्यों ने उसे दबोच लिया।
पूर्व प्रधान ने बताया कि हमारे समय में गांव में सामुदायिक शौचालय, दिव्यांग शौचालय, प्राइमरी विद्यालय के कायाकल्प कराया गया था। डोंगल से फंड रिलीज के लिए सेक्रेटरी 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था। पूर्व प्रधान ने बताया कि इससे पहले हमने सामाजिक संगठन प्रयास को अपनी पीड़ा बताई थी, तो वह लोग एंटी करप्शन थाने में शिकायत की सलाह देने के साथ ही हमें लेकर गोरखपुर तक गए।
टीम के अनुसार इस बाबत पूर्व में भी शिकायत मिल रही थी, शिकायत के आधार पर इस मामले में टीम ने जांच शुरू की तो प्रकरण सही पाया गया। इसके बाद आनन फानन टीम ने जाल बिछाकर सेक्रेटरी को पकड़ लिया। उसके पास से ही रुपये बरामद भी किए गए। रसायन लगे रुपयों को बरामद करने के बाद हाथ को पानी से धुलाया गया तो रंग से घूस स्पष्ट हो गया।