वाराणसी में नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी पर धोखाधड़ी का एक और एफआइआर, टूर प्लान के नाम पर कराया था निवेश

मलदहिया क्षेत्र की इंडियन प्रेस कालोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रासिटी के कार्यालय में सोमवार की शाम बिहार गुजरात व झारखंड से आए निवेशकों ने जमकर हंगामा किया। टूर प्लान व सोने में निवेश के नाम पर भी कई लोगों से धोखाधड़ी की है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:21 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 01:27 PM (IST)
वाराणसी में नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी पर धोखाधड़ी का एक और एफआइआर, टूर प्लान के नाम पर कराया था निवेश
नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी पर धोखाधड़ी का एक और एफआइआर

वाराणसी, जागरण संवाददाता। मलदहिया क्षेत्र की इंडियन प्रेस कालोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रासिटी के कार्यालय में सोमवार की शाम बिहार, गुजरात व झारखंड से आए निवेशकों ने जमकर हंगामा किया। सभी का कहना था कि कंपनी ने प्लाट बेचने के नाम पर ही नहीं बल्कि टूर प्लान व सोने में निवेश के नाम पर भी कई लोगों से धोखाधड़ी की है। सूचना के बाद पहुंची पुलिस हंगामा कर रहे लोगों को चेतगंज थाने ले गई। निवेशकों की तहरीर पर कंपनी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह समेत छह के खिलाफ डेढ़ करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

निवेशकों ने इस मामले की शिकायत पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर से भी की थी। पूर्व आइपीएस ने इस संबंध में कार्रवाई की मांग की। भुक्तभोगी चंदन चौरसिया से टूर प्लान में 28 लाख 84 हजार रुपये जमा कराए गए थे। इसी तरह चेतलाल साहू से 24 लाख, दिपांशु शर्मा से तीन लाख 15 हजार, दिनेश चंद्र कुमार से चार लाख 50 हजार, संजीव कुमार से 10 लाख 50 हजार, अजय प्रसाद सिंह से 26 हजार 250, दयानंद कुमार से आठ लाख 25 हजार, मंजुशा सिंह से 10 लाख 50 हजार, सत्यप्रकाश से नौ लाख 66 हजार व अवधेश कुमार लाल से चार लाख 48 हजार रुपये जमा कराए गए थे। कुल मिलाकर एक करोड़ 66 लाख 69 हजार 485 रुपये जमा हुए। कंपनी को इसके एवज में इन्हें करीब चार करोड़ रुपये लौटाना था, लेकिन आरोपितों ने सभी को डरा धमका कर पैसों को हड़प लिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर कंपनी के सीएमडी, एमडी के अलावा प्रदीप यादव, संजय प्रजापति, अक्सा मैम व पलाश सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पूर्व में भी दर्ज हैं मुकदमे

नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले चेतगंज सहित चंदौली में मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद कंपनी का कार्यालय बदस्तूर चल रहा है। पुलिस स्तर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। निवेशकों का आरोप है कि कंपनी के कार्यालय में कर्मचारियों ने उनके साथ दुव्र्यवहार भी किया।

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