पशुपालन मंत्री जयप्रकाश निषाद ने किया पशु आश्रय केंद्र का किया निरीक्षण, खराब इंतजाम देख जताई नाराजगी

प्रदेश के पशुपालन मंत्री जयप्रकाश निषाद ने सोमवार को बड़ागांव विकास क्षेत्र मधुमक्खियां गांव में स्थित पशु आश्रय केंद्र (गौशाला) का निरीक्षण किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 04:13 PM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 09:17 PM (IST)
पशुपालन मंत्री जयप्रकाश निषाद ने किया पशु आश्रय केंद्र का किया निरीक्षण, खराब इंतजाम देख जताई नाराजगी
पशुपालन मंत्री जयप्रकाश निषाद ने किया पशु आश्रय केंद्र का किया निरीक्षण, खराब इंतजाम देख जताई नाराजगी

वाराणसी, जेएनएन। प्रदेश के पशुपालन मंत्री जयप्रकाश निषाद  ने सोमवार को बड़ागांव विकास क्षेत्र मधुमक्खियां गांव में स्थित पशु आश्रय केंद्र (गौशाला) का निरीक्षण किया इस दौरान उन्होंने पशुओं के पानी पीने के लिए बनी टंकी में गंदा पानी देख नाराजगी जताई और तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पानी भरने के लिये पाईप लगी है किन्तु गंदा पानी निकासी की। कोई व्यवस्था नही है  श्रीनिषाद गौशाला से पशुओं के निकलने के लिए बनाए गये स्लोप  के निर्माण पर भी नाराजगी व्यक्त किया। स्लैब के निर्माण की जांच का निर्देश दिया उन्होंने पूछा किजिलाधिकारी कोई सहयोग करते हैं कि नहीं वहां मौजूद मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी पी सिंह और वीडीओ आराधना त्रिपाठी ने बताया कि जिलाधिकारी  का सहयोग  मिलता है उन्होंने पशुओं के लिए बनाएगए पशु शाला का निरीक्षण किया और पशु के खानपान के व्यवस्था के विषय में जानकारी ली खंड विकास अधिकारी से उन्होंने कहा कि जो जमीन पशुशाला के बगल में है उस जमीन पर हरे चारा की बुवाई कराई जाए। ग्राम प्रधान राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि सबमर्सिबल १ हॉर्स पावर का है जब 3 हॉर्स पावर का होगा तभी हरा चारा पैदा हो सकता है उन्होंने कि कहा बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आजाद भारत  मैं इतने वर्षों के बाद पशुओं के सुरक्षा की व्यवस्था की गई है इस समय 4134 छोटे व बड़े गौशाला अस्तित्व में है  मुख्यमंत्री योगी की सरकार अवैध स्लॉटर हाउस को बंद करजो कार्य किया है वह सराहनीय है अभी इस मामले में बहुत सुधार करने की जरूरत है सरकार चाहती है कि पशु किसानों के खेतों में न जाएं इसलिए पशु आश्रय के लिए जो भी सुविधा होगी इसके लिए सरकार वचनबद्ध है एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहाकि फिलहाल 30 रुपये प्रति पशुओं को रखर खाव के लिए दिया जा रहा हैहम कोशिश कर रहे हैं गेहूं और धान की कटाई के बाद चारे का इंतजाम विधिवत हो सके पशुपालन मंत्री के साथ  मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बीबी सिंह उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ शिव सिंह खंड विकास अधिकारी आराधना त्रिपाठी पशुधन प्रसार अधिकारी अजय कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी बड़ागांव सतीश चंद्र तिवारी समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।

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