चंदौली में नाराज परिजनों ने फार्मासिस्ट को पीटा, अस्पताल में किया तोड़फोड़, चिकित्सकों की सूचना के बावजूद नहीं पहुंची पुलिस

मातृ व शिशु विंग में भर्ती कराने के दौरान मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। इसका विरोध करने पर फार्मासिस्ट रजनीश को पीटा। लगभग आधे घंटे तक बवाल मचाने के बाद परिजन शव लेकर घर चले गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 07:50 AM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 07:50 AM (IST)
चंदौली में नाराज परिजनों ने फार्मासिस्ट को पीटा, अस्पताल में किया तोड़फोड़, चिकित्सकों की सूचना के बावजूद नहीं पहुंची पुलिस
मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की।

चंदौली, जेएनएन। मातृ व शिशु विंग में भर्ती कराने के दौरान मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने शुक्रवार को जिला अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। इसका विरोध करने पर फार्मासिस्ट रजनीश को पीटा। लगभग आधे घंटे तक बवाल मचाने के बाद परिजन शव लेकर घर चले गए। सूचना के बाद भी न तो मौके पर पुलिस पहुंची और न ही अब तक कोई कार्रवाई हुई। आक्रोशित चिकित्सकों व कर्मियों ने जिला अस्पताल में चिकित्सा सेवा ठप रखकर विरोध जताया।

लौंदा गांव निवासी एक युवक की तबीयत शुक्रवार की भोर में खराब हो गई थी। परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। चिकित्सकों की टीम ने जांच की तो आक्सीजन लेबल कम होने के साथ ही अन्य बीमारियां सामने आईं। आक्सीजन की जरूरत को देखते हुए मरीज को परिसर में संचालित 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड में रेफर कर दिया गया। यहां पहुंचने पर तीमारदार भर्ती करने के लिए पर्ची आदि बनवा रहे थे। इसी दौरान युवक की मौत हो गई। इससे परिजन आक्रोशित हो उठे। शव वाहन में रखकर जिला अस्पताल आए और चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धावा बोल दिया। ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर दिया। इससे अस्पताल के गेट का शीशा टूट गया। आपातकालीन चिकित्सा सेवा कक्ष में भी जमकर तोड़फोड़ की। फार्मासिस्ट रजनीश ने इसका विरोध किया तो उनकी पिटाई कर दी।

ईंट-पत्थर चलता देखकर चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने छिपकर खुद को सुरक्षित किया। चिकित्सकों ने पुलिस को फोनकर घटना की जानकारी दी थी। हालांकि कोतवाली पुलिस ने पुलिसकर्मियों की कमी की वजह से भोर में फोर्स भेजने के हाथ खड़े कर दिए। ऐसे में परिजन लगभग आधे घंटे तक उपद्रव मचाने के बाद आराम से फरार हो गए। इसको लेकर चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों में नाराजगी व्याप्त है। उन्होंने पुलिस के रवैये के खिलाफ व अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने की मांग को लेकर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा ठप कर विरोध जताया। हालांकि सुबह दस बजे चिकित्सक काम करने लगे। रात के वक्त इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डाक्टर संजय कुमार ने बताया कि परिजनों की ओर से तोड़फोड़ और उपद्रव करने के साथ ही फार्मासिस्ट की पिटाई की गई। इसको लेकर पुलिस को अवगत कराया गया है। सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी ने कहा जिला अस्पताल परिसर में अस्थाई पुलिस चौकी या सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने को पुलिस अधीक्षक से से मांग की गई है।

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