...और जगह तो ज्यादा लगता है, मेरे यहां एक दिन का केवल 35 हजार, वाराणसी के निजी अस्‍पताल संचालक का ऑडियो वायरल

वाराणसी में छोटे निजी अस्पतालों ने अब कोरोना महामारी के नाम पर लूट का तरीका बदल दिया है। अब मरीजों को वह अपने यहां बड़े निजी अस्पतालों के डॉक्टरों से इलाज का भरोसा दिला रहे हैं और मरीजों से लगातार लूट कर रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 01:40 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 01:40 PM (IST)
...और जगह तो ज्यादा लगता है, मेरे यहां एक दिन का केवल 35 हजार, वाराणसी के निजी अस्‍पताल संचालक का ऑडियो वायरल
निजी अस्‍पताल में इलाज के नाम पर वसूली को लेकर एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है

वाराणसी, जेएनएन। छोटे निजी अस्पतालों ने अब कोरोना महामारी के नाम पर लूट का तरीका बदल दिया है। अब मरीजों को वह अपने यहां बड़े निजी अस्पतालों के डॉक्टरों से इलाज का भरोसा दिला रहे हैं और मरीजों से लगातार लूट कर रहे हैं। इसका एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। दैनिक जागरण की टीम ने ऑडियो का पड़ताल किया तो मामला सही निकला। लंका सुसवाहीं निवासी ज्ञानचंद पटेल जो दर्जी का काम करते हैं।

दो दिन पहले बदन और सिर दर्द की शिकायत पर उन्होंने कोविड-19 की जांच कराई। सोमवार शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने सुसवाही स्थित जीवन अस्पताल में संपर्क किया तो वहां डॉक्टरों ने इमरजेंसी की स्थिति बताते हुए भर्ती करने का सलाह दिया। बात जब खर्चे की आयी तो ज्ञानचंद पटेल ने सारनाथ स्थित अपने मित्र राजकुमार यादव को फोन किया। राजकुमार ने फोन पर जीवन अस्पताल के प्रबंधक डॉ. गौरव त्रिपाठी से बात किया उन्होंने बताया कि मरीज की स्थित गम्भीर है। इन्हें भर्ती करना पड़ेगा। उसके बाद इलाज के खर्चे की बात हुई तो डॉ. गौरव ने बताया कि अन्य अस्पताल में एक दिन का 50 हजार लग रहा है। हमारे यहां 35 हजार लगेगा। इसमें आईसीयू, मॉनिटरिंग, ऑक्सीजन, फुडिंग सारे खर्चे शामिल हैं। हमारे यहां कोविड मरीजों का इलाज हेरिटेज मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड के इंचार्ज डॉ. निखिल सिन्हा करते हैं। वहां भर्ती कराएंगे तो एक दिन का 50 हजार लगेगा।

आप विचार कर लीजिए। आप भर्ती करवाइए जब बिल बनेगा तब देख लिया जाएगा। उन्होंने डॉक्टर से ऑक्सीजन का लेवल पूछा तो डॉक्टर ने बताया कि 30 है। लेकिन मरीज को सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं थी। रात जैसे-तैसे बीत गयी। सुबह राजकुमार यादव अपने मित्र ज्ञानचंद पटेल के पास पहुंचे। उनका ऑक्सीजन लेवल जांचा तो 90 के ऊपर था। वह मरीज को लेकर सीधे शिवपुर बाईपास स्थित जमुना सेवा सदन पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दो घण्टे तक ज्ञानचंद का परीक्षण किया। उसके बाद दवा देकर उनको घर जाने के लिए कहा।

ट्विटर पर किया शिकायत

निजी अस्पताल में मची लूट की शिकायत राजकुमार यादव ने पीएमओ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, आईजी, एडीजी के ट्विटर पर किया है। हालांकि इस सम्बंध में अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

वायरल ऑडियो के बारे में जानकारी हुई है

वायरल ऑडियो के बारे में जानकारी हुई है। हमने मरीज के परिवार को भर्ती करने से पहले अस्पताल के इलाज खर्च के बारे में जानकारी दिया है। इसमें गलत क्या है।

- डॉ. गौरव त्रिपाठी, प्रबंधक जीवन अस्पताल सुसवाही।

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