UP विधानसभा चुनाव 2022 : चुनावी मूड के बीच सरकार की उपलब्धियों की तैयार होगी ‘डिजिटल डायरी’
UP विधानसभा चुनाव 2022 डिजिटल डायरी का कहां इस्तेमाल होगा आदेश में जिक्र नहीं है लेकिन संकेत यही है कि सरकार इस पुस्तिका में दर्ज अफसरों की ओर से गिनाई गई उपलब्धियां के बूते चुनावी मैदान में उतरेगी।
वाराणसी, जेएनएन। यूपी में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारी अब जोरों पर है। एक मार्च, 2017 से अब तक हुए विकास कार्यों का लेखा- जोखा अब डिजिटल डायरी में दर्ज होने की तैयारी में है। इस लिहाज से नगरीय निकाय, ग्राम पंचायतवार पुस्तिका तैयार होगी, इसकी जिम्मेदारी दे दी गई है।
विधानसभा चुनाव की घंटी भले ही न बजी हो लेकिन सरकार धीरे-धीरे चुनावी मूड में जाने लगी है। सरकार अब तक यानी पांच साल की उपलब्धियों को जुटाने में जुटी गई है। इसी क्रम में सभी विभागों को एक मार्च, 2017 से अब तक हुए विकास कार्य की डिजिटल डायरी तैयार करने का निर्देश दिया गया है। बताया जा रहा है कि सभी विभागों की प्रगति रिपोर्ट का लेखा-जोखा पुस्तिका में संग्रहित होगी। डिजिटल डायरी का कहां इस्तेमाल होगा, आदेश में जिक्र नहीं है लेकिन संकेत यही है कि सरकार इस पुस्तिका में दर्ज अफसरों की ओर से गिनाई गई उपलब्धियां के बूते चुनावी मैदान में उतरेगी।
बहरहाल, सभी विभाग विभागाीय विकास कार्यक्रमों का वर्षवार एकत्रित का डिजिटल डायरी तैयार करने में जुटे हुए हैं। जिलाधिकारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायतवार कराए गए निर्माण कार्यों व योजनाओं से लाभान्वित हुए लाभार्थियों की सूचना ग्राम पंचायत के संबंधित सीएससी केंद्र पर बीडीओ के पर्यवेक्षण में तैयार होगा।
बीडीओ की ओर से ब्लाकवार रिपोर्ट पुस्तिका में दर्शाया जाएगा। अन्य विभागों की ओर से कराए गए निर्माण कार्यों तथा लाभार्थी परक योजनाओं से संबंधित सूचना जिलास्तरीय अधिकारी एकत्रित कर ग्राम पंचायत की पुस्तिका में समाहित कराएंगे। पुस्तिका एमएस वर्ड में तैयार होगी। इसी प्रकार नगरीय निकायों में विधानसभा व वार्डवार कराए गए निर्माण कार्यों तथा योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों का संकलन नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व नगर पंचायत के पर्यवेक्षण में तैयार होगा। नगरीय निकायों में संचालित स्मार्ट सिटी नमामि गंगे, केंद्रीय व राज्य वित्त आयोग, अवस्थापना निधि, स्वच्छ भारत मिशन पीएम आवास योजना आदि से जुड़े अधिकारी कार्यों का लेखाजोखा नगर आयुक्त के माध्यम से नगरीय निकाय वार्डवार पुस्तिका में समाहित कराएंगे।