मऊ-वाराणसी के बीच सभी ट्रेनें चलीं, चार दिनों से वाराणसी और मऊ के बीच सफर को लेकर त्रस्त थे यात्री

वाराणसी रेलवे स्टेशन पर नान इंटरलाकिंग कार्य के चलते पिछले चार दिनों ने रद और आंशिक रूप से निरस्त की गईं सभी ट्रेनों का संचालन मंगलवार को नियमित हो गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 05:57 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 05:57 PM (IST)
मऊ-वाराणसी के बीच सभी ट्रेनें चलीं, चार दिनों से वाराणसी और मऊ के बीच सफर को लेकर त्रस्त थे यात्री
मऊ-वाराणसी के बीच सभी ट्रेनें चलीं, चार दिनों से वाराणसी और मऊ के बीच सफर को लेकर त्रस्त थे यात्री

मऊ, जेएनएन। वाराणसी रेलवे स्टेशन पर नान इंटरलाकिंग कार्य के चलते पिछले चार दिनों ने रद और आंशिक रूप से निरस्त की गईं सभी ट्रेनों का संचालन मंगलवार को नियमित हो गया। सभी पैसेंजर एवं एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू होते ही मऊ एवं वाराणसी के बीच सफर को लेकर यात्रियों की उलझन खत्म हो गई। हालांकि, शहर के बहुत से लोग ट्रेनों के न चलने के असमंजस में सुबह दादर एक्सप्रेस से ही जाने के लिए आ गए, लेकिन दादर में भीड़ अधिक होने पर अधिकांश लोग कृषक एक्सप्रेस से वाराणसी के लिए रवाना हुए। सभी ट्रेनों के चलने से यात्रियों के साथ ही सुरक्षा बलों ने भी भीड़ नियंत्रण को लेकर राहत की सांस लिया।

मऊ जंक्शन से होकर प्रतिदिन लगभग 10 हजार लोग वाराणसी, शाहगंज, बलिया व गोरखपुर की ओर सफर करते हैं। सदर बाजार में बलिया, गाजीपुर व मुहम्मदाबाद गोहना की ओर से बड़ी संख्या में दूधिए छोटे-छोटे हाल्टों से ट्रेनों में सवार होकर दूध लेकर आते हैं। सुबह आने-जाने वाली कई ट्रेनों का संचालन बाधित होने से पिछले चार दिनों से शहर के अधिकांश परिवारों की दूध की आपूर्ति बाधित हो गई थी। तमसा पैसेंजर, कृषक एक्सप्रेस, 55149 पैसेंजर, 55120 पैसेंजर के चलने से शहर के आम यात्रियों के साथ ही दूध के अभाव की पीड़ा से गुजर रहे परिवारों ने भी राहत की सांस ली है। वहीं, शहर के विभिन्न अस्पतालों से रेफर होकर वाराणसी ट्रामा सेंटर इलाज के लिए जाने वाले मरीजों ने भी काफी राहत महसूस किया। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक डीके राय ने बताया कि सभी ट्रेनों के चलने से यात्रियों को तो सुविधा मिली ही, भीड़ नियंत्रण में सुरक्षा कर्मियों को भी खास मशक्कत नहीं करनी पड़ी।

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