वाराणसी में खुले एक से पांचवीं तक के सभी स्कूल, बजी घंटी और प्रार्थना के स्वरों से गूंजे विद्यालय
कोरोना के दूसरे लहर के बाद अब दोबारा स्कूल एक सितंबर से खुल गए हैं। दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बंद हो चुके सभी स्कूल चार माह के बाद एक बार दोबारा शासन के निर्देशों के अनुपालन में खुलने जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कोरोना के दूसरे लहर के बाद अब दोबारा स्कूल एक सितंबर से खुल गए हैं।दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बंद हो चुके सभी स्कूल चार माह के बाद एक बार दोबारा शासन के निर्देशों के अनुपालन में खुलने जा रहे हैं। इसके साथ प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना से बचाव के लिए गाइड लाइन भी जारी की जा चुकी है। गाइड लाइन के अनुपालन में एक दिन पहले मंगलवार को सभी स्कूलों में प्रबंधन ने तैयारी पूरी कर कक्षाओं को ढंग से सैनिटाइज किया गया। स्कूल की घंटी बजी तो बच्चों में भी कोरोना के खतरों के विपरीत खुशियां छलक उठीं। स्कूलों में बच्चे कतारबद्ध हुए और प्रार्थना के स्वर भी गूंजे।
कक्षाओं में शारीरिक दूरी के लिहाज से सीटों के बीच की दूरी को भी बढ़ा दिया गया है। छठवीं कक्षा के ऊपर के सभी कक्षाएं हालांकि पूर्व से ही संचालित हो रही हैं। अब एक से पांचवीं तक की कक्षाएं खुलने के साथ ही कोरोना के खतरों को लेकर जागरुकता को भी स्कूलों में सुबह से अनुपालन कराया गया। परिषदीय एवं अन्य सभी निजी स्कूल खुल गए हैं और संस्थाओं में प्रयास किया जा रहा है कि बच्चे एक-दूसरे के संपर्क में कम से कम आएं और दूरी बनाते हुए परिसर में रहें और कक्षाओं में जाएं। सुबह नौ बजे से कक्षाएं शुरू हुईं तो अध्यापकों ने बच्चों को पर्याप्त शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की। बच्चों के शरीर का तापमान जांचने के साथ ही बीमार बच्चों को वापस घरों की ओर बेहतर इलाज के लिए लौटा दिया गया।
बीएचयू में भी पढ़ाई : वहीं दूसरी ओर बीएचयू परिसर भी बुधवार से खुलने जा रहा है। इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर पूरी तरह तैयारी कर ली गई है। यहां भी कक्षाओं को व्यवस्थित करने के साथ सैनिटाइजेशन किया गया हे। इस बाबत परिसर में भी कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन सुनिश्चित कराने की तैयार है। सुबह से ही परिसर में चहल पहल शुरू हो गया तो विभागों में भी छात्रों का आवागमन होने की वजह से रौनक महामना की बगिया में दोबारा लौट आई।