जीपीएस से जुड़ेंगे प्रदेश के सभी ऑक्सीजन टैंकर, वाराणसी में पंजीकृत हैं दो टैंकर, एक में नहीं लगा है
ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने और उनकी मानीटरिंग करने के लिए अब प्रदेश के सभी ऑक्सीजन टैंकर जीपीएस से जुड़ेंगे। हर जिले में परिवहन कार्यालय में पंजीकृत ऑक्सीजन टैंकर जीपीएस लगे हैं या नहीं इसकी जांच परिवहन विभाग को करने का निर्देश दिया गया है
वाराणसी, जेएनएन। ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने और उनकी मानीटरिंग करने के लिए अब प्रदेश के सभी ऑक्सीजन टैंकर जीपीएस से जुड़ेंगे। हर जिले में परिवहन कार्यालय में पंजीकृत ऑक्सीजन टैंकर जीपीएस लगे हैं या नहीं, इसकी जांच परिवहन विभाग को करने का निर्देश दिया गया है। परिवहन अधिकारी मौके पर जांच करने साथ उसकी फोटोग्राफी और वीडियो क्लिप बनाएंगे। तीन दिन के अंदर परिवहन विभाग को इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजनी है। तीन दिन का मौका इस लिए दिया गया है कि ऑक्सीजन टैंकर जनपद से बाहर हो तो उसे आते ही लगा दिया जाए।
वैश्विक महामारी कोराना संक्रमण तेजी से फैलने के साथ बीमार लोगों को ऑक्सीजन अधिक जरूरत पड़ रही है। अधिक मांग के चलते कुछ लोग ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने के साथ अधिक दामों पर बेच रहे हैं। इसमें ऑक्सीजन प्लांट और अस्पताल संचालक तक शामिल है। जिला प्रशासन के सख्ती के बावजूद आॅक्सीजन की कालाबाजारी बंद नहीं हो रही है। परिवहन अायुक्त धीरज साहू ने परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जनपद में पंजीकृत सभी ऑक्सीजन टैंकर में जीपीएस लगवाना सुनिश्चित करें। पंजीकृत ऑक्सीजन टैंकर का स्थलीय निरीक्षण कर देखें कि उसमें जीपीएस लगा है या नहीं। यदि जीपीएस नहीं लगा है तो उसे तत्काल संचालक से लगवाकर रिपोर्ट प्रेषित करें। आपदा काल में इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। संभागीय निरीक्षक सिद्धु कुमार ने बताया कि जनपद में दो ऑक्सीजन टैंकर पंजीकृत है। एक ऑक्सीजन टैंकर में जीपीएस नहीं लगा है। उसमें लगवाने के साथ उच्च अधिकारी को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।