संत रविदास जयंती के बाद अगले वर्ष फिर लौटने का संकल्प लेकर रैदासियों ने की घर वापसी

संत की जन्मस्थली पर जन्मोत्सव मनाने के बाद श्रद्धालुओं की घर वापसी शुरू हो गई। हफ्ते भर गुलजार रहने वाले सीरगोवर्धनपुर का पंडाल अब धीरे-धीरे उजड़ना शुरू हो गया है। रविवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं ने सामान समेटकर घर वापसी शुरू कर दिया।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 01:17 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 05:53 PM (IST)
संत रविदास जयंती के बाद अगले वर्ष फिर लौटने का संकल्प लेकर रैदासियों ने की घर वापसी
संत की जन्मस्थली पर जन्मोत्सव मनाने के बाद श्रद्धालुओं की घर वापसी शुरू हो गई।

वाराणसी, जेएनएन। संत की जन्मस्थली पर जन्मोत्सव मनाने के बाद श्रद्धालुओं की घर वापसी शुरू हो गई। हफ्ते भर गुलजार रहने वाले सीरगोवर्धनपुर का पंडाल अब धीरे-धीरे उजड़ना शुरू हो गया है। रविवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं ने सामान समेटकर घर वापसी शुरू कर दिया। संत रविदास मंद मंदिर में दर्शन पूजन के बाद रैदसियों ने विदायी से पूर्व मेले से संत रविदास की मूर्ति और प्रतिमा को भी खरीदा और अपने साथ स्‍मृति के तौर पर लेते गए। 

अब बरस फिर आने के वादे संग मंदिर पहुंच कर लोगों ने दर्शन पूजन किया और समृद्धि की कामना की। धीरे-धीरे मुख्य पंडाल में ठहरे श्रद्धालुओं के जाने के बाद वह जगह खाली होने लगा है। कुछ दिनों से रैदासियों की भीड़ से मिनी पंजाब बना नजर आ रहा था अब कल तक खाली खाली लगेगा। लौटते समय मेले में लोगों ने खरीदारी के बाद लंगर छकने पहुंचे और रास्ते के लिए खाने का पैकेट भी लिया।

डेरा सच्‍चा बल्‍लखंड जालंधर प्रमुख और संत रविदास मंदिर के मुखिया संत निरंजन दास के साथ आये ट्रस्ट के लोग और संत सोमवार को हवाई मार्ग से वापस पंजाब वापस चले जायेंगे। घर वापसी के समय श्रद्धालुओं में जहां उदासी दिखी तो कुछ लोग जन्मस्थली जाते समय आंसू नहीं रोक पाए। वहीं रविवार की सुबह भी सीर क्षेत्र में लगे मेले में लौटते समय रैदासियों ने खूब खरीदारी की। 

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