बच्चों की चहल-कदमी से पांच माह बाद लौटी जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों में रौनक

विद्यालय गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करने के बाद बच्चों को परिसर में प्रवेश दिया गया। वहीं विद्यालयों में सैनिराइजर की भी व्यवस्था देखी गई। कई स्कूलों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को जागरूक करने के बाद पढ़ाई शुरू हुई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 24 Aug 2021 11:15 AM (IST) Updated:Tue, 24 Aug 2021 11:40 AM (IST)
बच्चों की चहल-कदमी से पांच माह बाद लौटी जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों में रौनक
विद्यालय गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करने के बाद बच्चों को परिसर में प्रवेश दिया गया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। करीब पांच माह बाद मंगलवार को जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों में भी रौनक लौट आई। कक्षा-छह से आठ तक की कक्षाएं शुरू होने से लंबे समय के बाद विद्यालयाें में बच्चों की चहल-कदमी देखी गई। हालांकि, एक से पांच तक की कक्षाएं अभी शुरू न होने से विद्यालयाें में बच्चों की संख्या काफी कम नजर आई।

निजी स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल को लेकर सतर्कता अधिक दिखी। विद्यालय गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करने के बाद बच्चों को परिसर में प्रवेश दिया गया। वहीं विद्यालयों में सैनिटाइजर की भी व्यवस्था देखी गई। कई स्कूलों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को जागरूक करने के बाद पढ़ाई शुरू हुई। क्लास रूम में भी गुरुजी से लगायत छात्रों तक के चेहरे पर मास्क नजर आया। जहां पहले एक डेस्क-बेंच पर चार-चार बच्चे बैठकर पढ़ते थे। वही एक डेस्क-बेंच पर सिर्फ दो बच्चे बैठकर पढ़ते नजर आए। इससे इतर बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कोविड प्रोटोकाल को लेकर सतर्कता के साथ लापरवाही भी दिखी। तमाम बच्चे बगैर मास्क के ही विद्यालय पहुंचे थे हालांकि विद्यालय स्तर से ऐसे बच्चाें मास्क उपलब्ध कराया गया। पहले दिन निजी विद्यालयों में 50 से 60 फीसद बच्चाें की उपस्थिति रहीं। वहीं परिषदीय विद्यालयों में औसत बच्चों की उपस्थिति करीब 40 फीसद है। दूसरी ओर कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाएं 16 अगस्त से ही चल रहीं हैं। वहीं कक्षा एक से पांच तक की कक्षाएं पहली सितंबर से चलेंगी।

एक पाली तो कही दो पालियों में कक्षाएं : जूनियर हाईस्कूल स्तर के कई विद्यालयों में छह से आठ तक की कक्षाओं के बच्चों को एक पाली में ही बुलाया गया है। वहीं जिन विद्यालयों में बच्चोंं की संख्या अधिक है, वहां दो पालियों में सुबह आठ से 11 व 11:30 से व दोपहर 12 बजे से 2:30 बजे तक कक्षाएं चलाई जाएंगी। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को मिड डे मील भी देने की तैयारी चल रही है।

ये हैं गाइड लाइन

-कोविड की रोकथाम के लिए निगरानी समितियों का गठन।

- विद्यालयों में साफ-सफाई व हाथ धोने की हो व्यवस्था

- थर्मल स्कैनर व आक्सीमीटर की अनिवार्य रूप हो व्यवस्था

-शिक्षक, शिक्षणोतर कर्मचारियों का शतप्रतिशत हो टीकाकरण

- कोविड टास्क फोर्स समिति में अभिभावकों को भी करें शामिल

- बच्चों को छह फीट की दूरी पर बैठाने का निर्देश

- स्कूल बसों को प्रतिदिन दो बार सैनिटाइज कराने का निर्देश।

- मास्क की अनिवार्यता

- रसोइयों को देना होगा स्वस्थ होने का घोषणापत्र

- टास्क फोर्स करेगा मिड डे मील भोजन के मानकों की जांच।

- साफ-सफाई से भोजन बनवाने हिदायत।

- खाने से पहले बच्चों का धुलवाना होगा साबुन से हाथ।

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