जौनपुर में जन्म के 97 साल बाद जन्म प्रमाण पत्र के लिए दी अर्जी, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
भरथरी गांव निवासी गुलाब देवी पत्नी दान बहादुर ने एसडीएम बदलापुर को प्रार्थना पत्र दिया कि उनका जन्म 18 फरवरी 1924 को हुआ है। आवश्यक कार्य हेतु जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। जिसपर एसडीएम ने बीडीओ को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
जौनपुर, जागरण संवाददाता। जिले में 97 वर्षीय दादी मां ने अपने जन्म प्रमाण पत्र के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई। दरअसल इस उम्र में शायद जिले में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का यह पहला मामला है। इस बाबत परिजनों ने बताया कि उनको आधार कार्ड बनवाने के लिए इसकी जरूरत आ गई है। क्योंकि दस्तावेजों में उनकी जन्मतिथि कहीं भी प्रमाणिक नहीं है, ऐसे में विभाग के सामने अब जन्म के प्रमाण को प्रमाणित करने की दुश्वारी सामने आ गई है।
जौनपुर में महराजगंज क्षेत्र के एक गांव की दादी मां द्वारा अपना जन्म का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया है। अपने प्रार्थना पत्र में उन्होंने अपनी जन्म तिथि अंग्रेज शासन काल की लिखवाई है। स्वतंत्र भारत में अब इनको जन्म तिथि की आवश्यकता आन पड़ी है। एसडीएम ने इस बाबत बीडीओ को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश भी दिया है। अब विभाग के सामने उनके उम्र के सत्यापन का सिरदर्द आ गया है। जबकि महिला को आधार कार्ड के बाद ही अन्य सुविधाएं हासिल हो सकेंगी लिहाजा परिजनों के भी सामने विवशता आ गई है।
विकास खंड के भरथरी गांव निवासी गुलाब देवी पत्नी दान बहादुर ने एसडीएम बदलापुर को प्रार्थना पत्र दिया कि उनका जन्म 18 फरवरी 1924 को हुआ है। आवश्यक कार्य हेतु जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। जिसपर एसडीएम ने बीडीओ को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। प्रार्थना पत्र पर गुलाब देवी का हस्ताक्षर भी है। हालांकि, उक्त प्रार्थना पत्र गुलाब देवी के परिवार से कोई दिया है और बताया है कि उनको आधार कार्ड के लिए इसकी जरूरत है। 97 वर्षीय दादी मां को अब आधार कार्ड बनवाने की जरूरत है। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जीवन में यह भी आवश्यक है। हालांकि, सहायक विकास अधिकारी संतोष दुबे ने बताया कि पंचायत विभाग कैसे जन्म तिथि प्रमाण पत्र दे सकता है जबकि कोई भी अभिलेख मौजूद नहीं है।