वाराणसी में 11 महीने बाद बजी स्कूल की घंटी, कोरोना के खतरों के बीच स्‍कूलों में सतर्कता

शासनादेश जारी होने पर सोमवार को महीनों बाद एक मार्च को स्‍कूल खुलने के बाद अपने दोस्तों से बच्चे मिले तो सबके चेहरे खिल उठे। कोरोना काल की वजह से ग्यारह महीने से सभी स्कूल बंद थे। बच्चे भी घर रह कर स्कूल खुलने के इंतजार में थे।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 01:28 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 01:28 PM (IST)
वाराणसी में 11 महीने बाद बजी स्कूल की घंटी, कोरोना के खतरों के बीच स्‍कूलों में सतर्कता
एक मार्च को स्‍कूल खुलने के बाद अपने दोस्तों से बच्चे मिले तो सबके चेहरे खिल उठे।

वाराणसी, जेएनएन। महीनों बाद एक मार्च को स्‍कूल खुलने के बाद अपने दोस्तों से बच्चे मिले तो सबके चेहरे खिल उठे। कोरोना काल की वजह से ग्यारह महीने से सभी स्कूल बंद थे। बच्चे भी घर रह कर स्कूल खुलने के इंतजार में थे, सुबह से ही शहर और अंचलों में स्‍कूल खुले तो साल भर बाद स्‍कूल बच्‍चों की खिलखिलाहट से गुलजार हो उठे।  

शासनादेश जारी होने पर सोमवार को जब स्कूल खुल गए तो मंडुआडीह प्राइमरी स्कूल के कक्षा 1 व 5 के बच्चे भी अपने स्कूल पहुंंचे तो देखा कि पूरा स्कूल गुब्बारे व लाल-पीले झंडे से सजाया गया है। स्कूल में बच्चोंं को शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए थर्मल स्कैनिंग व हाथों को सैनेटाइज करते हुए शिक्षिकाओं ने बच्चोंं के माथे पर तिलक लगाकर हाथ मे टॉफी देकर बारी - बारी करके बच्चोंं को कक्षा में प्रवेश कराया।

11 महीने के बाद कक्षा में पहुचते बच्चे कक्षा को चारों तरफ निहारने लगे और अपने बेंच पर बैठकर खिलखिला उठे। सभी बच्चे महीनों बाद अपने दोस्तों से मिलकर काफी खुश नजर आ रहे थे। इस दौरान स्कूल में प्रधानाध्यापिका सरिता राय, नीलिमा सिन्हा, रश्मि सिंह, पूनम मिश्रा, बिपिन गुप्ता, धर्मा देवी, मधु सिंह, मो. सुहेल समेत शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी