वाराणसी में प्राइवेट वैन को एंबुलेंस बनाने पर करौली डायग्नोस्टिक सेंटर को प्रशासन की नोटिस

वैश्विक महामारी में गिलट बाजार स्थित करौली डायग्नोस्टिक सेंटर में प्राइवेट वैन को एंबुलेंस बनाकर मरीजों को ढोने पर परिवहन विभाग नोटिस जारी किया है। पहले डायग्नोस्टिक सेंटर ने नोटिस लेने से इंकार दिया। रिसीव करने के नाम पर हीलाहवाली करने लगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 04:13 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 04:21 PM (IST)
वाराणसी में प्राइवेट वैन को एंबुलेंस बनाने पर करौली डायग्नोस्टिक सेंटर को प्रशासन की नोटिस
प्राइवेट वैन को एंबुलेंस बनाकर मरीजों को ढोने पर परिवहन विभाग नोटिस जारी किया है।

वाराणसी, जेएनएन। वैश्विक महामारी में गिलट बाजार स्थित करौली डायग्नोस्टिक सेंटर में प्राइवेट वैन को एंबुलेंस बनाकर मरीजों को ढोने पर परिवहन विभाग नोटिस जारी किया है। पहले डायग्नोस्टिक सेंटर ने नोटिस लेने से इंकार दिया। रिसीव करने के नाम पर हीलाहवाली करने लगा। परिवहन लिपिक ने जब पुलिस के जरिए नोटिस भेजने की बात कही तो सेंटर कर्मचारी ने रिसीव कर लिया।

एक सप्ताह में जवाब नहीं देने पर परिवहन विभाग वैन का पंजीयन निरस्त करने के साथ धोखोधड़ी का मुकदमा दर्ज कराएगा। प्राइवेट वैन को एंबुलेंस बनाने का मतलब किसी के जीवन के साथ खिलवाड़ करना है। साथ में जिलाधिकारी को भी पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत करागा है। दैनिक जागरण ने दो मई को कमाई के लिए वैन को बना दिया एंबुलेंस खबर लिखकर मामले को उजागर किया था। 

कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने के साथ हर व्यक्ति डरा है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सर्दी-जुखाम और थोड़ी सी खांसी आने पर लोग घबरा जा रहे हैं। चिकित्सक को दिखाने के साथ उपचार कराने लग रहे हैं। ज्यादातर चिकित्सक डायोग्नेस्टिक सेंटर में जांच कराने की सलाह दे रहे है। इसका फायदा उठाते हुए डायोग्नेस्टिक सेंटर वालों ने लूट मचा रखी है। जांच के नाम पर मनमाना पैसा मांग रहे हैं। कई लोग पैसे के अभाव में जांच तक नहीं करा पा रहे हैं।

अपने यहां अधिक से अधिक मरीजों को लाने के लिए डायग्नोस्टिक सेंटर संचालकों ने अपने खुद के एंबुलेंस रखें। वैश्विक महामारी में कमाई के लिए कुछ लोगों ने प्राइवेट वैन को एंबुलेंस तक बना दिया। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि करौली डायग्नोस्टिक सेंटर को नोटिस जारी करने के साथ एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने के साथ आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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