IIT BHU में पढ़े आदित्य अवस्थी ने पहले स्टील प्लांट की स्थापना में निभाई थी अहम भूमिका

राउरकेला में देश का पहला स्‍टील प्‍लांट स्थापित हुआ था। इसके संचालन के लिए जर्मनी से आदित्‍य अवस्‍थी प्रशिक्षण लेकर आए थे। उत्‍तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के पिता आदित्य अवस्थी आइआइटी बीएचयू में 1945 बैच के छात्र रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 10:49 AM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 10:49 AM (IST)
IIT BHU में पढ़े आदित्य अवस्थी ने पहले स्टील प्लांट की स्थापना में निभाई थी अहम भूमिका
स्टील प्लांट की स्थापना में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बीएचयू में पढ़े आदित्य कुमार अवस्थी की भूमिका अहम रही है।

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्‍तव]। राउरकेला में देश का पहला स्‍टील प्‍लांट स्थापित हुआ था। इसके संचालन के लिए जर्मनी से आदित्‍य अवस्‍थी प्रशिक्षण लेकर आए थे। उत्‍तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के पिता आदित्य अवस्थी, आइआइटी बीएचयू में 1945 बैच के छात्र रहे हैं। 

जर्मनी के सहयोग से राउरकेला में देश के पहले स्टील प्लांट की स्थापना में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बीएचयू में पढ़े आदित्य कुमार अवस्थी की भूमिका अहम रही है। प्लांट स्थापित करने के लिए तीन सितंबर 1928 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में जन्मे आदित्य को जर्मनी की ओर से प्रशिक्षण भी दिया गया। राउरकेला के बाद उन्होंने स्टील अथारिटी आफ इंडिया उच्च पदों के साथ भिलाई व बोकारो स्टील प्लांट में भी सेवाएं दी। साथ ही बालासोर में टैंक के नीचे की बेस कास्टिंग बनाने में भी योगदान दिया। देश के नवनिर्माण में करीब 35 वर्षों तक सेवाएं देने के बाद वे अथारिटी में जीएम पर पर सेवानिवृतत्त हुए। इसी साल 10 मई को कोरोना से उनका निधन हो गया। उनके तीन पुत्रों में से अवनीश कुमार अवस्थ प्रदेश में अपर मुख्य सचिव गृह हैं।

आदित्य कुमार अवस्थी आइआइटी के मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विभाग के 1949 बैच के छात्र थे। उनके तीन पुत्रों अवनीश अवस्थी, आइआइटी कानपुर से बीटेक किए मनीष अवस्थी व आइबीएम अमेरिका के निदेशक डा. अशीष कुमार अवस्थी ने मिलकर पिता की बरसी की जगह इस यादगार आयोजन की रूपरेखा तैयार की थी। पिछले दिनों ही आदित्य अवस्थी के नाम पर आइआइटी बीएचयू में एक अवार्ड की घोषणा की गई। इसके तहत संस्थान के मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विभाग के टापर विद्यार्थी को एक लाख रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा उनके पुत्रों ने अगले साल से विभाग की एक छात्रा को भी एक अवार्ड देने की घोषणा की है। इसके माध्यम से अवस्थी परिवार आदित्य कुमार को आइआइटी में यादगार बनाना चाहता है।  

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