कोरोना से लड़ते-लड़ते जिंदगी से हारे वाराणसी के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जंग बहादुर

कोरोना से जंग के बीच कोरोना योद्धा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल आफिसर कोविड ऑपरेशन वाराणसी डा. जंग बहादुर जिंदगी से हार गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:42 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 10:42 PM (IST)
कोरोना से लड़ते-लड़ते जिंदगी से हारे वाराणसी के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जंग बहादुर
कोरोना से लड़ते-लड़ते जिंदगी से हारे वाराणसी के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जंग बहादुर

वाराणसी, जेएनएन। जनपदवासियों को कोरोना से बचाने में कोरोना योद्धा जी जान से जुटे हैं। जनता की फिक्र के बीच न घर-परिवार की चिंता और न खुद के वजूद का ख्याल। धुन बस एक, किस तरह लोगों की जान बचाई जाय। कोरोना से जंग के बीच बीती रात कोरोना योद्धा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल आफिसर कोविड ऑपरेशन डा. जंग बहादुर जिंदगी से हार गए।

सीएमओ डा. वीबी सिंह के मुताबिक डा. जंग बहादुर की तबीयत खराब होने के बाद विगत नौ अगस्त को बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान कोविड जांच में मंगलवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद उन्हें कोविड लेवल-थ्री अस्पताल बीएचयू में शिफ्ट किया गया। यहां इलाज के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई। डा. जंग बहादुर मूलरूप से जनपद मऊ के निवासी थे। वर्तमान में बीएचयू के नजदीक महामनापुरम कॉलोनी में रहते थे। डा. वीबी सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डा. जंग बहादुर अपने सरल एवं सहज व्यक्तित्व, मृदुभाषिता, कुशल व्यवहार के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं में अविस्मरणीय योगदान के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।

संचारी रोगों के निदान में रहती सक्रिय भूमिका

जिले में समय-समय पर विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन में डा. जंग बहादुर का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वर्तमान में वे संचारी रोगों के नोडल अधिकारी के साथ ही विभिन्न राजकीय कार्यों का कुशलतापूर्वक संपादन कर रहे थे। जनपद में संक्रामक रोगों के प्रभावी नियंत्रण में भी उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई।

बैठक में अनुपस्थित होने पर मांगा गया था स्पष्टीकरण

अपर मुख्य सचिव की बैठक में अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सात अगस्त को सीएमओ डा. वीबी सिंह को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जंग बहादुर से स्पष्टीकरण लेने व उनकी ड्यूटी कोविड कमांड सेंटर में लगाने का निर्देश दिया था। विभागीय सूत्रों के मुताबिक अपर मुख्य चिकित्साधिकारी पिछले कई दिनों से अस्वस्थ्य चल रहे थे। बावजूद इसके कोरोना संक्रमण काल में अपना दायित्व निभाने को लेकर वे भरसक प्रयास भी कर रहे थे।

दबाव के बजाय समन्वय व सहयोग की जरूरत

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन वाराणसी ने कोरोना योद्धा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जंग बहादुर की असमय मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। अध्यक्ष डा. आलोक भारद्वाज ने घटना पर दुख व ङ्क्षचता जाहिर करते हुए अनुरोध किया कि कोरोना महामारी से निबटने में प्रताडऩा या दबाव की बजाय समन्वय व सहयोग की रणनीति से काम किया जाए। मानद सचिव डा. एसपी सिंह ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों का परीक्षण कर उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उचित उपचार की मांग की, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। वहीं वित्त सचिव डा. एके त्रिपाठी ने कहा है कि कोरोना वारियर्स इस समय काफी तनाव व दबाव में काम कर रहे हैं जिसकी सुध सभी जिम्मेदार लोगों को लेने की जरूरत है।

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