वाराणसी में दोगुने से अधिक कोरोना के सक्रिय मरीज, रेलवे स्‍टेशन पर चौबीस घंटे कोरोना जांच

फरवरी में संक्रमण की दर मंद पडऩे के बाद मार्च में एक बार फिर सक्रिय मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। विगत 16 दिन में यह बढ़ोत्तरी दोगुनी हो चुकी है। हालांकि 30 जनवरी के बाद से अब तक कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 19 Mar 2021 09:33 AM (IST) Updated:Fri, 19 Mar 2021 09:37 AM (IST)
वाराणसी में दोगुने से अधिक कोरोना के सक्रिय मरीज, रेलवे स्‍टेशन पर चौबीस घंटे कोरोना जांच
फरवरी में संक्रमण की दर मंद पडऩे के बाद मार्च में एक बार फिर सक्रिय मरीजों की संख्या बढऩे लगी।

वाराणसी, जेएनएन। फरवरी में संक्रमण की दर मंद पडऩे के बाद मार्च में एक बार फिर सक्रिय मरीजों की संख्या बढऩे लगी हैै। विगत 16 दिन में यह बढ़ोत्तरी दोगुनी हो चुकी है। हालांकि, 30 जनवरी के बाद से अब तक कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है, जो स्वास्थ्य महकमे के लिए बड़ी राहत है। 

केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते संक्रमण और होली के मद्देनजर इन प्रदेशों से लौटने वाले यात्रियों से चिंतित शासन ने लौटने वालों की कोरोना जांच व एक सप्ताह होम क्वारंटाइन को अनिवार्य कर दिया है। वहीं संक्रमण दर पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अब फोकस सैंपलिंग की जा रही है। हाल ही में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों व 45 से 59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए संसाधन बढ़ाने का आदेश दिया। इस क्रम में राजकीय हास्पिटल सहित सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन टीका लगाने का निर्देश है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारी मुकम्मल नहीं कर पाया है। वर्तमान में करीब 30 केंद्रों पर ही टीकाकरण किया जा रहा है। 

दस दिन में ऐसे बढ़े सक्रिय मरीज

मार्च  सक्रिय मरीज 
50
10 50
11 55
12 61
13 62
14 71
15 74
16 80
17 86
18 97

मुख्य सचिव का निर्देश, रेलवे स्टेशन पर हो 24 घंटे कोविड जांच

महाराष्ट्र में कोरोना के मामले व नागपुर में लाकडाउन सहित भोपाल-इंदौर में रात दस बजे के बाद लगे नाइट कफ्र्यू को देखते हुए एहतियातन शासन ने हाल ही में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व सीएमओ को पत्र जारी किया। इसके माध्यम से सभी को निर्देशित किया गया है कि स्टेशनों व अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे तैनात की जाए, ताकि महानगरों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच सुनिश्चित की जा सके। 

मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी की ओर से जारी पत्र के अनुसार सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से वापस आ रहे यात्रियों के आगमन के उपरांत रेलवे स्टेशन पर ही एंटीजन जांच कराते हुए लक्षण युक्त व्यक्तियों के नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे जाएं। ऐसे रेलवे स्टेशन जहां लंबी दूरी की ट्रेनों का आवागमन होता है, वहां 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहे। 

कैंट स्टेशन पर 12 घंटे ही तैनात रहती है टीम

मुख्य सचिव की ओर से जहां जांच को वरियता देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे की तैनाती का आदेश दिया गया है। वहीं वर्तमान में कैंट स्टेशन पर सिर्फ 12 घंटे ही टीम तैनात रहती है। रात दस बजे के बाद स्वास्थ्य टीम यहां नहीं रहती, जबकि मुंबई से आने वाली ट्रेन महानगरी में पूर्वांचल के विभिन्न शहरों के यात्री कैंट स्टेशन पर ही उतरते हैं।

बोले अधिकारी

रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पर चार सदस्यीय टीमों की तैनाती की गई है। एयरपोर्ट रात में चल नहीं रहा। वहीं रेलवे स्टेशन पर जल्द ही 24 घंटे टीम की तैनाती कर दी जाएगी।  - डा.वीबी सिंह, सीएमओ।

दो माह बाद पहली बार एक ही दिन में मिले 22 पॉजिटिव

जनवरी 2021 के बाद से जिले में पहली बार एक ही दिन में कोरोना पॉजिटिव की संख्या सबसे अधिक रही। 13 जनवरी को जहां संक्रमितों की संख्या 35 थी, वहीं गुरुवार को यह संख्या 22 रही। हालांकि विगत 30 जनवरी से अब तक कोरोना से कोई मौत दर्ज न होना महकमे के लिए बड़ी राहत है। 

मार्च के शुरू में जहां सक्रिय मरीजों की संख्या 50 से भी नीचे थी, वहीं वर्तमान में यह बढ़कर 105 पर पहुंच गया है। बीएचयू व मंडलीय अस्पताल लैब से प्राप्त 4009 जांच रिपोर्ट में 22 पॉजिटिव रहे। होम आइसोलेशन के तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया है। जिले में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा अब 22123 हो गया है। इनमें से 21641 ठीक भी हो चुके हैं। जिले में अब तक 377 लोगों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है।

महाराष्ट्र से आए 202 यात्री, सभी निगेटिव : लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर गुरुवार को महाराष्ट्र से 202 यात्री पहुंचे। गाइडलाइन के मुताबिक एंटीजन किट से सभी की कोरोना जांच की गई। सभी का परिणाम निगेटिव रहा। इनमें से लक्षण वाले 26 यात्रियों का आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया गया है। इसी के साथ सभी यात्रियों को एक सप्ताह होम क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया गया। 

कोविड की रोकथाम को उठाएं अभी से कड़े कदम : डा. देवेश

जनपद के नोडल अधिकारी, अपर मुख्य सचिव कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, कृषि विपणन, विदेश व्यापार एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग डा. देवेश चतुर्वेदी ने जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा जिला सॢवलांस अधिकारी को कोरोना की रोकथाम के लिए कदम उठाने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के तेजी से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अभी से रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाएं। वह गुरुवार को जिले में थे तथा विभिन्न विभागों की समीक्षा कर रहे थे।

 उन्होंने पुलिस एवं प्रशासन को इंफोर्समेंट के लिए तत्काल प्रभाव से मास्क प्रयोग, शारीरिक दूरी पालन और भीड़भाड़ पर नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने को कहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि 45 वर्ष आयु वर्ग के गंभीर बीमार तथा 60 वर्ष पार वालों का टीकाकरण पहले करवाएं तथा अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाएं। सेकेंड डोज छूट न जाए, इसके लिए ट्रेस करते हुए कमांड कंट्रोल के माध्यम से फोन कॉल हो और सेकेंड डोज जरूर लगवाएं, नहीं तो वैक्सीन अप्रभावी तो होगी ही, बेकार भी हो जाएगी। नोडल अधिकारी ने अन्यत्र समेत महाराष्ट्र से जनपद में आने वाले यात्रियों की रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पर कड़ाई से कोरोना जांच की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा। उन्होंने हिदायत दी कि कोरोना के लक्षण पाए जाने पर तत्काल एंटीजेन व आरटीपीसीआर टेस्ट हो और संबंधितों को क्वारंटाइन करा दें। उन्होंने जिलाधिकारी को निगरानी समितियों को पूरी तरह से क्रियाशील करने का निर्देश दिया ताकि लोगों को सचेत और कोरोना को फैलने से रोका जा सके।

 
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