जौनपुर में छेड़खानी के आरोपित को पुलिस ने पकड़ कर छोड़ा, अधिकारियों से शिकायत पर दोबारा पकड़ा

मंगलवार की सुबह मुख्य आरोपित प्रधान पति राम उजागीर यादव पुत्र तिलकधारी यादव निवासी सरायडीह को सुरेरी पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया था। पीड़ित महिला के परिजनों का आरोप है कि सुरेरी पुलिस आरोपित के प्रभाव में आकर आरोपित को रात में ही छोड़ दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 03:35 PM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 03:35 PM (IST)
जौनपुर में छेड़खानी के आरोपित को पुलिस ने पकड़ कर छोड़ा, अधिकारियों से शिकायत पर दोबारा पकड़ा
सुरेरी पुलिस आरोपित के प्रभाव में आकर आरोपित को रात में ही छोड़ दिया।

जौनपुर, जागरण संवाददाता। कुछ दिनों पूर्व पांच अगस्त को थाना क्षेत्र के सरायडीह गांव निवासी एक महिला ने गांव के ही प्रधान पति सहित चार नामजद लोगों पर छेड़खानी सहित मारपीट करने का आरोप लगाया था। वहीं पुलिस ने पीड़ित महिला के तहरीर पर सभी आरोपितों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपित की तलाश में जुट गए थी।

इस बाबत मंगलवार की सुबह मुख्य आरोपित प्रधान पति राम उजागीर यादव पुत्र तिलकधारी यादव निवासी सरायडीह को सुरेरी पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया था। पीड़ित महिला के परिजनों का आरोप है कि सुरेरी पुलिस आरोपित के प्रभाव में आकर आरोपित को रात में ही छोड़ दिया। इस बाबत सूचना मिलने पर पीड़ित महिला के परिजनों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से दूरभाष पर की।

वहीं शिकायत के बाद हरकत में आई सुरेरी पुलिस ने बुधवार की सुबह पुनः आरोपित राम उजागिर को पकड़ कर थाने पर ले आई और आवश्यक कार्रवाई में जुटी रही। चर्चा है कि पुलिस मंगलवार की रात को आरोपित को थाने से छोड़ दिया था। वहीं शिकायत के बाद बुधवार की सुबह पुनः आरोपित को हिरासत में ले लिया। वहीं पुलिस की इस कार्यप्रणाली को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं होती रही। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुरेरी देवीवर शुक्ला ने बताया कि आरोपित को हिरासत में लिया गया है, आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। 

यह था मामला : क्षेत्र की एक महिला का आरोप है कि उसके संग प्रधान पति ने छेड़खानी की थी। इस बाबत परिजनों के साथ मिलकर महिला ने संबंधित के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपित को जल्‍द ही थाने में तलब भी कर लिया। हालांकि, बाद में आरोपित के पक्ष में लामबंदी देखकर पुलिस ने उसे छोड़ दिया। इसके बाद जानकारी होने के बाद परिजनों ने उच्‍च अधिकारियों को इस बाबत अवगत कराया तो पुलिस को मजबूरी में आरोपित को दोबारा पकड़ना पड़ा। 

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