सोनभद्र में ओझा पर भूत भेजकर हत्या करवाने का आरोप, थाने की हनक के आगे भूत की एक न चली
ओझा के भूत से महिला के अचेत होने के बाद आनन फानन परिजन थाने पहुंच गए और भूत के साथ ही ओझा पर भी कार्रवाई की मांग करने लगे। हालांकि एक अन्य ने भूत को भगाकर मामले को थाने में ही निपटा दिया।
सोनभद्र, जेएनएन। जिले के आसनडीह में ओझा के भूत से महिला के अचेत होने के बाद आनन फानन परिजन थाने पहुंच गए और भूत के साथ ही ओझा पर भी कार्रवाई की मांग करने लगे। हालांकि, एक अन्य ने भूत को भगाकर मामले को थाने में ही निपटा दिया। विज्ञान के युग में भूत प्रेत बाधा जैसा कोई भी यत्न मात्र हंसी का ही पात्र रह गया है, लेकिन आदिवासी बहुल सोनभद्र जिले में भूत प्रेत के मामले आम हैं।
पूरा मामला बभनी थाना क्षेत्र के बभनी गांव के धनभहवा टोला का है। जहां पर दोपहर दो बजे पार्वती (20) खेत में उरद काट रही थी कि अचानक बेहोश होकर खेत मे ही गिर गयी। महिला का पति रमेश भी मौके पर ही मौजूद था। एक पल के लिए उसे कुछ समझ नहीं आया कि क्या हुया। थोड़ी देर के बाद महिला बदहवासी मे ये कहने लगी कि दुद्धी का ओझा भूत भेज कर उसे मरवाना चाहता है। परिवार वाले उसे बेहोशी की हालत में बभनी थाने के पास लेकर आ गये और कुछ देर बाद उस आरोपी ओझ को भी पकड कर ले आये।
उधर दूसरी ओर इसी बीच महिला की हालत गम्भीर हो गयी। ओझा और परिजनों के बीच तू-तू, मैं-मैं होने लगा।आरोपी ओझा का कहना है कि उसने कोई भूत नही भेजा हैं। लेकिन, परिवार वाले ये मानने को तैयार नहीं थे।उनका कहना था कि तुम अपने भूत को वापस बुलाओ नहीं तो हम तुम्हारे खिलाफ थाने मे तहरीर देगें। तभी घटना में एक नाटकीय मोड आ गया जब भीड़ में से एक व्यक्ति यह कह कर महिला का उपचार करने लगा कि मैं भी ओझा हूं, मैं इस महिला को ठीक कर दूंगा। उस व्यक्ति ने जेब से कुछ जडी बुटी निकल कर महिला के कान में लगाया और मंत्र पढने लगा।
थोड़ी देर बाद महिला को होश आ गया और वह थोडा नार्मल होने लगी। महिला के थोडा ठीक होने के बाद परिजनों ने आरोपी ओझा से झगड़ा करने लगे। लोगों ने समझा बुझा कर मामला शांत कराया। दो घण्टे के नाटकीय विवाद के बाद महिला को लेकर परिजन उस ओझा के मठ पर लेकर गये ताकि महिला पूरी तरह से ठीक हो जाये। घटना के बाद लोग तरह तरह की चर्चा करते रहे कि क्या इस विज्ञान के दौर मे भी लोग भूत प्रेत जैसा अंधविश्वास है।