अभिनव विद्यालय में अब होगी छात्रावास की सुविधा, डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से बना दो मंजिला हॉस्टल
वाराणसी में राजकीय अभिनव इंटर कालेज (जक्खिनी) के छात्रों को रहने के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। अब विद्यालय में बच्चाें को आवास की भी सुविधा मिलेगी। करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से छात्रावास बनकर लगभग तैयार हाे गया है।
वाराणसी, जेएनएन। राजकीय अभिनव इंटर कालेज (जक्खिनी) के छात्रों को रहने के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। अब विद्यालय में बच्चाें को आवास की भी सुविधा मिलेगी। करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से छात्रावास बनकर लगभग तैयार हाे गया है। दो मंजिला के इस हास्टल में 50 छात्रों को रहने की सुविधा है। डीआइओएस ने कार्यदायी संस्था उप्र निर्माण निगम को अब नवंबर के प्रथम सप्ताह तक छात्रावास हैंडओवर करने का निर्देश दिया है ताकि बच्चों को इसी सत्र में ही आवंटित किया जा सके।
जक्खिनी में मंडलीय माडल स्कूल की स्थापना 31 मार्च 2016 हुई थी। वहीं शासन ने आवासीय योजना के तहत वर्ष 2017 में बालक व बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावास बनाने के लिए 367.71 लाख रूपए की धनराशि आवंटित की। साथ ही छात्रावास बनाने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश निर्माण निगम को सौंपी। प्रथम चरण में बालकाें के छात्रावास बनाने की आधारशिला फरवरी 2018 में प्रधानाचार्य जयराम सिंह ने रखी। कार्यदायी संस्था को दो मंजिला छात्रावास भवन बनाने के करीब ढाई वर्ष लगा।
छात्रावास में दो बड़े हाल, छह बड़े आवासीय कक्ष, एक किचेन सह स्टोर रूम, तीन-तीन शौचालय, प्रसाधन, स्नानघर और दस फीट कारीडोर, दोनों ओर बालकानी, एक अधीक्षक कार्यालय, एक सहायक कक्ष, अधीक्षक हेतु तीन कक्षों बनाए गए हैं। मुख्य द्वार पर रैंप वॉक भी बनकर तैयार हो गया है। अब छात्रावास हस्तांतरण की औपचारिकताएं चल रही हैं। प्रथम चरण के भवन के हैंडओवर होने के बाद दूसरे चरण में दो करोड़ 21 लाख रुपये की लागत से महिला छात्रावास के निर्माण का कार्य भी नवंबर से शुरू होने की संभावना है।
बोले अधिकारी
‘नवनिर्मित छात्रावास हस्तांतरण के लिए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम भदोही इकाई के परियोजना निदेशक/प्रबंधक आरबीसिंह व सहायक अभियंता विकास गुप्ता को पत्र लिखा गया है। कार्यदायी संस्था ने भवन के हैंडओवर करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। ऐसे में जल्द ही भवन हस्तांतरित होने की संभावना है। -डा. वीपी सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक।