नगर निगम के तालाब पर बने मकानों का बन गया पीला कार्ड, अब निरस्त करने की हो रही कवायद

ऐसा नगर निगम में ही हो सकता है। कुछ लोगों ने विभाग के तालाब की जमीन पर कब्जा किया। मकान बनवा लिया। इतना ही नहीं नगर निगम में ही दाखिल-खारिज कराकर पीला कार्ड व मकान नंबर भी जारी करा लिया जिससे उनको मालिकाना हक मिल गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 07:10 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 09:16 AM (IST)
नगर निगम के तालाब पर बने मकानों का बन गया पीला कार्ड, अब निरस्त करने की हो रही कवायद
नगर निगम में ही दाखिल-खारिज कराकर पीला कार्ड व मकान नंबर भी जारी करा लिया

वाराणसी,जेएनएन।  ऐसा नगर निगम में ही हो सकता है। कुछ लोगों ने विभाग के तालाब की जमीन पर कब्जा किया। मकान बनवा लिया। इतना ही नहीं नगर निगम में ही दाखिल-खारिज कराकर पीला कार्ड व मकान नंबर भी जारी करा लिया जिससे उनको मालिकाना हक मिल गया। यह धांधली तब उजागर हुई जब मामले की जांच हुई।

विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से की गई इस धांधली को छिपाने के लिए जारी पीला कार्ड को निरस्त करने की कवायद शुरू हो गई। मामला सगरा तालाब से जुड़ा है। 12 ऐसे मकान हैं जो तालाब की जमीन पर बने हैं। अराजी नंबर-89 पर सगरा तालाब है। करीब 5.67 एकड़ भू-भाग में स्थित इस तालाब के चारों ओर लोगों ने कब्जा कर रखा है। नगर निगम के अधिकारियों की आंख बंद करने से यहां 12 मकान तन गए। खास यह कि इन मकानों का नगर निगम ने पीला कार्ड भी जारी कर दिया। बकायदा मकान नंबर भी पड़ा है। इससे कब्जेदार वैध मालिक बन गए। जब नगर निगम ने कब्जा हटाने की नोटिस तो उन्होंने कागजात दिखाते हुए वैधता का दावा करने लगे। मामले को लेकर कोर्ट में चले गए। वर्तमान में स्टे होने से कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है।

अब महज 63 तालाब ही बचे

कभी काशी कुंड व तालाबों को लेकर जानी जाती थी। 200 से अधिक तालाब व कुंड होने की बात कही जाती है जिसे राजा-महाराजाओं ने बनवाए थे। अधिकतर तालाबों का पौराणिक महत्ता है लेकिन वक्त बीतने के साथ ही कुंड व तालाब विलुप्त होते गए। लोगों ने कब्जा कर मकान बनवा लिया। वर्तमान में नगर निगम के दस्तावेज के अनुसार शहरी सीमा में 63 तालाब बचे हैं जिसके एक तालाब सगरा भी है।

भू-माफिया व सफेदपोशों ने किया कब्जा

अब तक की जांच में तालाबों पर भू-माफिया व सफेदपोशों ने कब्जा किया है। सगरा तालाब पर कब्जा करने वालों में एक सफेदपोश का नाम आ रहा है जो नगर निगम के पूर्व पार्षद भी बताए जाते हैं जिनके बलबूते लोगों ने कब्जा किया है।

इन तालाबों पर हुआ है कब्जा

पीलीकोठी के धनेसरा तालाब पर लोगों ने अवैध तरीके से भीटे पर मकान बनाकर नंबर आवंटित करा लिया है। पौराणिक महत्व के कुरूक्षेत्र तालाब पर कब्जा है जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है। ऐसे ही पांडेयपुर तालाब पर कब्जा होने के कारण स्मार्ट सिटी से आठ करोड़ का बजट आवंटित होने के बाद भी सुंदरीकरण का कार्य नहीं हो पा रहा है।

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