वाराणसी में गंगा पार बनेगी दस किमी लंबी सड़क, शहर को जाम से मुक्ति के लिए भविष्य की तैयारी

पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस के कदम भविष्य की प्लानिंग की ओर बढ़ चले हैं। बढ़ती आबादी व शहर में भीड़ के दबाव को कम करने के लिए उस पार गंगा के समानांतर पड़ाव से रामनगर दुर्ग तक लगभग दस किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की योजना है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:10 AM (IST)
वाराणसी में गंगा पार बनेगी दस किमी लंबी सड़क, शहर को जाम से मुक्ति के लिए भविष्य की तैयारी
वाराणसी उस पार गंगा के समानांतर पड़ाव से रामनगर दुर्ग तक लगभग दस किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की योजना है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस के कदम भविष्य की प्लानिंग की ओर बढ़ चले हैं। बढ़ती आबादी व शहर में भीड़ के दबाव को कम करने के लिए उस पार गंगा के समानांतर पड़ाव से रामनगर दुर्ग तक लगभग दस किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य बिहार, चंदौली समेत अन्य जिलों से यहां काम से आने वालों को शहर के बाहर रोकना है। इसकी डिजाइनिंग पर काम शुरू हो चुका है। शासन को रिपोर्ट भी भेजा जा चुकी है। रेलवे, डिफेंस से एनओसी लेने की तैयारी चल रही है। इस क्षेत्र में समस्त डेवलपमेंट पीपीपी माडल पर कराने की बात है।

बेहतर संसाधन ठहरने को करेगी विवश

बनारस आने वालों का मुख्य उद्देश्य श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन, बीएचयू में इलाज, बाजार व व्यापारिक गतिविधियां होती हैं। गंगा उस पार अगर बेहतर व्यवस्था रहेगी। संसाधन उपलब्ध होंगे तो स्वत: लोग उस पार रूक जाएंगे। अधिकारी भी इस बात को मान रहे हैं कि जाम की समस्या कम नहीं होनी है। अगर बाहर से आने वाले वाहन व पब्लिक को नहीं रोका जाएगा तो शहर में चलना मुश्किल हो जाएगा। गंगा उस पार रूकने वालों को वाहन खड़ी करने की बेहतर व्यवस्था, तत्काल गंगा पार करने के लिए बोट, शहर में जाने के लिए बेहतर संसाधन यहां से मिलेंगे तो लोग स्वत: शहर में आने से परहेज करेंगे।

पीपीपी माडल पर इस क्षेत्र का होगा विकास

गंगा उस पार सड़क बनने के साथ ही पीपीपी माडल पर उक्त क्षेत्र का डेवलपमेंट होगा। बेहतर पार्किंग, होटल, ठहरने की अन्य व्यवस्था होगी तो खाने पीने के लिए रेस्टारेंट भी होंगे। वहीं गंगा किनारे तक आने के संसाधन मुहैया होंगे। इसके साथ गंगा नदी पार करने के बाद अस्सी घाट व अन्य घाटों से बीएचयू व शहर में आने के लिए बेहतर बसें मिलेंगी। इससे बहुत हद तक शहर में जाम की समस्या कम होगी।

सड़क बनाने का प्लान हैं लेकिन बिल्कुल प्रारंभिक स्टेज में है

सड़क बनाने का प्लान हैं लेकिन बिल्कुल प्रारंभिक स्टेज में है। डिजाइनिंग पर काम शुरू हो गया है। निर्माण को लेकर रेलवे समेत अन्य विभागों से एनओसी के लिए पत्र भेजा जा चुका है। सड़क निर्माण का मुख्य उद्देश्य गंगा उस पार से आने वालों को रोकना व शहर को जाम से मुक्ति की कोशिश है।

दीपक अग्रवाल, कमिश्नर

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