बीएचयू के टीचर्स फ्लैट में फैला कोरोना वायरस संक्रमण, संक्रमण की चपेट में दर्जन भर लोग
बीएचयू के टीचर्स फ्लैट में कोरोना संक्रमण का बम फूटा है। अपार्टमेंट के ब्लाक ए में दर्जन भर लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं इनमें से कई रोजाना विभागों में आते-जाते भी रहे हैं। जबकि इस ब्लाक में करीब सौ की संख्या में असिस्टेंट प्रोफेसर अपने परिवार के साथ रहते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के टीचर्स फ्लैट में कोरोना संक्रमण का बम फूटा है। अपार्टमेंट के ब्लाक ए में दर्जन भर लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं इनमें से कई रोजाना विभागों में आते-जाते भी रहे हैं। जबकि इस ब्लाक में करीब सौ की संख्या में असिस्टेंट प्रोफेसर अपने परिवार के साथ रहते हैं। यहां के रहवासी अब खासे डरे हुए हैं। अब ज्यादातर तो अपनी बिल्डिंग से निकलना ही बंद कर दिए हैं। जबकि बीएचयू बंद होने से पूर्व विभिन्न छात्रावासों में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने परिसर को बंद करने का फैसला लिया था।
कयास लगाया जा रहा है कि विभागों में आवाजाही बंद की जा सकती है। एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने बताया कि अब संक्रमण की जद में हम सभी हैं इससे जितना हो सके बच के रहने का प्रयास करेंगे। यही आलम रहा तो बीएचयू को पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए, तभी संक्रमण पर नियंत्रण लग सकता है। रहवासियों का कहना है कि सुरक्षा के लिए कोई उपाय बीएचयू द्वारा नहीं किया जा रहा है। इतने संक्रमण होने के बावजूद कहीं भी सैनिटाइजेशन नहीं कराया गया। इससे क्षुब्ध बीएचयू के कई फैकल्टी मेंबर अपना बैग पैक कर घर जाने की तैयारी में जुट गए हैं।
बता दे कि बीएचयू परिसर में अब रोजाना 25-30 की संख्या में कोरोना पीड़ित निकल रहे हैं, जबकि सभी तरह की कक्षाएं स्थगित कर दी गईं हैं। इससे पहले विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रतिबंध के बावजूद महिला महाविद्यालय में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया था। इसमें एक प्रोफेसर सपरिवार कोरोना संक्रमित थी और उनके परिवार के लोग अस्पताल में भर्ती भी थे। वह भी इस समारोह की हिस्सा थीं। जब अगले दिन उनके संक्रमित होने का पता चला तो लोगों के हाथ-पांव फूल गए।