वाराणसी में कोरोना वैक्सीन की एक डोज लगने से पहले ही टूटी, सुरक्षा तैयारियों की खुली पोल
विश्व के सौ से अधिक देश वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं लेकिन भारत उन खुश नसीब देशों में शामिल है जिसे वैक्सीन नसीब है। मगर वैक्सीन की कीमत लोग कितना समझते हैं इसका नजारा वाराणसी जिले में कोरोेना वैक्सीन लगने के पहले ही दिन सामने आ गया।
वाराणसी, जेएनएन। विश्व के सौ से अधिक देश वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं लेकिन भारत उन खुश नसीब देशों में शामिल है जिसे वैक्सीन नसीब है। मगर वैक्सीन की कीमत लोग कितना समझते हैं इसका नजारा वाराणसी जिले में कोरोना वैक्सीन लगने के पहले ही दिन सामने आ गया। वैसे कोविड- 19 के लिए बनी कोरोना वैक्सीन को वाराणसी के छह सेंटरों में शनिवार को लगाया जाना है। दरअसल कोरोना वैक्सीन की एक डोज दरअसल वाराणसी में रखरखाव के दौरान लापरवाही बरतने पर टूट गई। हालांकि उपलब्ध टीकों के सापेक्ष लोगों के कम होने से इसका कोई फर्क टीकाकरण पर नहीं पड़ा।
दरअसल हेरिटेज मेडिकल कालेज पर वैक्सीन निकाल रही महिला स्टाफ नर्स ममता के साथ से कोरोना वैक्सीन की एक डोल घबराहट में गिरकर टूट गई। वैक्सीन निकाल रही महिला कर्मचारी हेरिटेज मेडिकल कालेज भदवर में सुबह आठ बजे ही नोडल अधिकारी डॉ. अमित सिंह और ड्यूटी कंट्रोलर नीरज मिश्रा के साथ पहुंचकर तैयारी में जुटी थी। सुबह नौ बजे दो सिपाहियों के साथ वैक्सीन लेकर एक कर्मचारी पहुंच गया। इसके बाद परिसर में कोरोना वैक्सीन को देखने को लेकर अकुलाहट के बीच रखरखाव की तैयारियों पर उस समय अपशकुन छा गया जब हाथ से फिसलकर कोरोना वैक्सीन की एक शीशी टूट गई। कांच की शीशी टूटने के बाद नीचे का हिस्सा अलग हो गया और पूरी डोज बहकर गिर गई।
इस दौरान वैक्सीन निकालते समय घबराहट में वहां हेरिटेज की महिला कर्मचारी ममता सिंह के साथ से वैक्सीन निकालते समय एक शीशी टूट गई। नोडल अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने बताया कि टीका लगने वालों की लिस्ट पोर्टल से मिलाकर उनकी आइडी के अनुसार प्रवेश दिया जाएगा। टीका के बाद ऑब्जर्वेशन रूम में आधे घंटे आराम करने और निगरानी के बाद ही छोड़ा जाएगा। इस दौरान किसी भी समस्या पर विशेष कक्ष में एड्रीनील नामक इंजेक्शन दिया जाएगा।
हेरिटेज कालेज में पहली लिस्ट कालेज के शिक्षकों और स्टाफ की 100 लोगों की बनी है। हालांकि, इनमें से मात्र 90 लोगों को ही वैक्सीन लगाया जाएगा, क्योंकि दस लोग कालेज छोड़कर जा चुके हैं। वाराणसी जिले में कोरोना वायरस के ट्रायल रन में सरकारी कर्मचारियों को ट्रेंनिग और टीकाकरण में अस्पताल के निजी कर्मी भी लगाए गए हैं। ट्रायल वैक्सिनेशन के दिन सरकारी कर्मचारियों को ट्रेनिंग दिया लेकिन टीकाकरण में हेरिटेज के निजी कर्मियों को लगाया गया जो घबराहट की समस्या बनी। इस बारे में नोडल अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने बताया कि एक दिन पहले यहां के कर्मचारियों को ट्रेनिंंग दिया गया है।