IPL में सट्टा लगाते एक सट्टेबाज पकड़ा गया, महंगे शौक पूरा करने के लिए लगता था सट्टा

सारनाथ के दीनापुर में पुलिस ने सोमवार की रात में आइपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाते हुए एक सट्टेबाज को पकड़ लिया। छापेमारी में मौका देख दो सट्टेबाज भाग गए। इनके पास से 13 मोबाइल 49550 रुपया व दस्तावेज बरामद किया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 04:07 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 04:07 PM (IST)
IPL में सट्टा लगाते एक सट्टेबाज पकड़ा गया, महंगे शौक पूरा करने के लिए लगता था सट्टा
पुलिस ने सोमवार की रात में आइपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाते हुए एक सट्टेबाज को पकड़ लिया।

वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ के दीनापुर में पुलिस ने सोमवार की रात में आइपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाते हुए एक सट्टेबाज को पकड़ लिया। छापेमारी में मौका देख दो सट्टेबाज भाग गए। इनके पास से 13 मोबाइल, 49550 रुपया व दस्तावेज बरामद किया गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि महंगे शौक पूरा करने के लिए सट्टेबाजी के धंधे में कदम रखा था। पुलिस ने मंगलवार को एक आरोपी को जेल भेज दिया गया।

थाना प्रभारी इंद्रभूषण यादव ने बताया कि सोमवार की रात लगभग 11 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि दीनापुर  स्थित एक घर में आईपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद तत्काल उपनिरीक्षक धर्मराज शर्मा सहित पुलिस बल के साथ दबिश दी गई। मौका देख दीनापुर के राजेन्द्र जायसवाल व हुकुलगंज (लालपुर-पांडेयपुर) के आशीष गुप्ता भाग गए।

वहीं गाड़ीघाट, अशोक नगर कालोनी के अंकित जायसवाल को पकड़ लिया। मौके से 49 हजार 950 रुपया नकद, 13 मोबाइल, पांच रजिस्टर, दो कैलकुलेटर व दो पेन बरामद किया गया। वहीं गिरफ्तार अंकित जयसवाल, गाड़ीघाट, अशोक नगर कालोनी में एक मेडिकल की दुकान पर नौकरी करता है। इसके पिता ऑटो चलाते हैं। राजेन्द्र जायसवाल सट्टेबाजों का लीडर है। जो पहले राजेन्द्र की पुरानापुल में पान की दुकान थी। फरार आशीष गुप्ता दवा कम्पनी में सेल्समैन का काम करता है। बताया कि ये सट्टेबाज ऑनलाइन आईपीएल क्रिकेट मैच के एक-एक बाल, खिलाड़ियों के रन, एवं मैच के स्कोर व मैच के हार-जीत पर सट्टा लगाते हैं। फरार लोगों को  पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अंकित जायसवाल स्नातक की शिक्षा लेकर अशोक नगर कालोनी में एक दवा की दुकान पर काम करता है। वहीं दूसरी आेर पिता गुलाब चन्द्र जायसवाल ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। अंकित दुकान से खाली पाकर क्रिकेट मैचों में राजेंद्र के साथ मिलकर सट्टा लगाने का काम करने लगा था।

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