UPTET : वाराणसी में 83579 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में होंगे शामिल, आनलाइन प्रवेश पत्र जारी

शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2021) 28 नवंबर को दो पालियों में होगी। जनपद में 83579 अभ्यर्थियों के लिए 89 केंद्र बनाए गए हैं। पहली पाली (सुबह 10 बजे से लेकर 12.30 बजे तक) में जनपद के 89 केंद्रों पर 48978 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 05:32 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 05:32 PM (IST)
UPTET : वाराणसी में 83579 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में होंगे शामिल, आनलाइन प्रवेश पत्र जारी
शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2021) 28 नवंबर को दो पालियों में होगी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2021) 28 नवंबर को दो पालियों में होगी। जनपद में 83579 अभ्यर्थियों के लिए 89 केंद्र बनाए गए हैं। पहली पाली (सुबह 10 बजे से लेकर 12.30 बजे तक) में जनपद के 89 केंद्रों पर 48978 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं द्वितीय पाली (दोपहर 2.30 से शाम 5 बजे तक)में 64 केंद्रों पर 34601 अभ्यर्थी परीक्षा में पंजीकृत हैं। पहली पाली में प्राथमिक और दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर के अभ्यर्थी शामिल होंगे। इस प्रकार जनपद में कुल 83579 अभ्यर्थी यूपीटीईटी में शामिल होंगे। यूपीटीईटी प्रवेश पत्र भी जारी कर दिया है। अभ्यर्थी परीक्षा नियामक प्राधिकारी की अधिकृत वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों में प्रवेश पत्र के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र की मूल प्रति लाना होगा। इसके अलावा उन्हें प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र अथवा किसी भी सेमेस्टर के निर्गत अंक पत्र की मूल प्रति अथवा संबंधित प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य या सक्षम अधिकारी द्वारा इंटरनेट से प्राप्त अंक प्रत्र की प्रमाणित प्रति जरूरी ले आने का निर्देश दिया है। प्रवेश पत्र में भी इसका उल्लेख किया गया है। इसके बावजूद तमाम परीक्षार्थी प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र परीक्षा में लेकर नहीं आते हैं। इसके अभाव में कई परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित भी हो जाते हैं। इसे देखते हुए सह-जिला विद्यालय निरीक्षक शिवपूजन द्विवेदी ने सभी परीक्षार्थियों से परीक्षा में प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लाने का सुझाव दिया है। उन्होंने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है। परीक्षा पर जोनल, सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पर्यवेक्षक की निगाहें रहेंगी। इसके अलावा खुफिया विभाग की भी परीक्षा पर नजर रहेगी। शुचिता पूर्वक परीक्षा कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से केंद्राध्यक्षों की भी बैठक जल्द बुलाई जाएंगी।

महत्वपूर्ण बिंदु

-परीक्षा की भाषा हिंदी व अंग्रेजी दोनों में होगी।

-परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे।

-परीक्षा की समय सीमा 2.30 घंटे की होगी।

-परीक्षा में कुल 150 अंकों के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे।

- परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।

-परीक्षार्थियों को परीक्षा से 30 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचने का निर्देश।

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