बीएचयू में 70 स्मार्ट क्लास रूम बनकर तैयार, नए सत्र में छात्रों को मिल सकती है सौगात

कंप्यूटर सेंटर में एक क्लासरूम इस साल फरवरी में ही बनकर तैयार हो गया था। इस स्मार्ट क्लासरूम में आनलाइन और आफलाइन दोनों कक्षाएं एकसमान गुणवत्ता के साथ चलाई जा सकेंगी। इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो भी कॉल कर इस स्मार्ट क्लास से जुड़ सकते हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 12:18 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 12:18 PM (IST)
बीएचयू में 70 स्मार्ट क्लास रूम बनकर तैयार, नए सत्र में छात्रों को मिल सकती है सौगात
इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो भी कॉल कर इस स्मार्ट क्लास से जुड़ सकते हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी । बीएचयू में इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस योजना के तहत 70 स्मार्ट क्लास रूम तैयार हो चुके हैं, जिसमें शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। संभावना है कि अगस्त से शुरू हो रहे नए सत्र से कक्षायें भी संचालित हो। इस साल अप्रैल में कोविड की दूसरी लहर व लाकडाउन के कारण इस योजना पर ब्रेक लगा गया था मगर अब दोबारा से इस पर विश्वविद्यालय में तेज़ी से काम शुरू हो चुका है। संभवतः यह दुनिया का पहला केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जहां पर 125 हाइटेक स्मार्ट क्लासरूम बनाए जा रहे हैं।

कंप्यूटर सेंटर में एक क्लासरूम इस साल फरवरी में ही बनकर तैयार हो गया था। इस स्मार्ट क्लासरूम में आनलाइन और आफलाइन दोनों कक्षाएं एकसमान गुणवत्ता के साथ चलाई जा सकेंगी। इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो भी छात्र ई-मेल पर दिए गए फोन नंबर पर कॉल कर इस स्मार्ट क्लास से जुड़ सकते हैं। वह बिल्कुल स्पष्ट और उच्च क्षमता का आडियो लेक्चर सुन सकेंगे। इस क्लास का लाभ हाई क्वालिटी वीडियो और आडियो के लाइव टेलीकास्ट की मदद से घर बैठा छात्र भी उठा सकता है। इसकी सुविधा छात्रों को सिस्को वेबेक्स एप्लीकेशन (वर्चुअल मीटिंग प्लेटफार्म) द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है।

दरअसल, इसे हाईटेक स्मार्ट क्लासरूम इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसमें दक्षिण कोरिया से मंगाया गया एक डिजिटल स्मार्ट पोडियम फिट किया गया है। जो कि कंप्यूटर की तर्ज पर कैमरा, स्क्रीन, व्हाइट बोर्ड और इंटरनेट कनेक्शन को संचालित करता है। क्लासरूम के पोडियम से न केवल व्याख्यान दिया जाएगा, यहीं से पूरी क्लास को तकनीकी रूप से नियंत्रित भी किया जा सकेगा। कैमरा, आडियो, वीडियो, इंटरनेट, कॉलिंग, मैसेज इत्यादि लेक्चर के दौरान ही संचालित होंगे। अध्यापक जो कुछ भी स्क्रीन पर लिखेंगे, वह पूरी क्लास में हर कहीं से दिखेगा।

वहीं स्मार्ट क्लास का व्हाइट बोर्ड 86 इंच का है, जो सबसे बेहतर अल्ट्रा एचडी स्क्रीन का भी काम करेगा। इसे इंटरैक्टिव स्क्रीन पैनल विद व्हाइट बोर्ड कहा जाता है। यानी व्हाइट बोर्ड पर व्याख्यान के साथ-साथ वीडियो भी दिखाए जा सकते हैं। व्हाइट बोर्ड स्क्रीन पर डिजिटल पेंसिल या अंगुली से भी लिखा जा सकता है।  

स्मार्ट क्लास में लगा अल्ट्रा हाई डेफिनेशन का यूएचडी कैमरा 360 डिग्री पर घूमता है। इसमें एक सेंसर भी फिट है, जो अध्यापक के मूवमेंट के साथ चारों दिशाओं में और ऊपर-नीचे घूमता है। पोडियम के बगल में डाक्यूमेंट कैमरा इंस्टाल किया गया है, जिससे किसी भी वस्तु या लैब संबंधी कार्यों को तीन आयामों (थ्रीडी) से पढ़ाया जा सकता है।

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