वाराणसी में रोडवेज बस परिचालकों के 70 फीसद इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन खराब, कंपनी ने मरम्मत करना किया बंद

परिवहन निगम की बसों में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने और यात्रियों की सुविधा के लिए परिचालकों को दिया गया इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन 70 फीसद से अधिक खराब हो गया है। बसों में परिचालक मैनुअल टिकट काटने के साथ यात्रियों से मनमाना किराया ले रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:48 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:48 PM (IST)
वाराणसी में रोडवेज बस परिचालकों के 70 फीसद इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन खराब, कंपनी ने मरम्मत करना किया बंद
परिचालकों को दिया गया इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन 70 फीसद से अधिक खराब हो गया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। परिवहन निगम की बसों में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने और यात्रियों की सुविधा के लिए परिचालकों को दिया गया इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन 70 फीसद से अधिक खराब हो गया है। बसों में परिचालक मैनुअल टिकट काटने के साथ यात्रियों से मनमाना किराया ले रहे हैं। इसको लेकर आए दिन बसों में परिचालकों और यात्रियों से कहासुनी हो रही है। परिचालकों को नया इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन देने के लिए लखनऊ मुख्यालय से टेंडर प्रक्रिया हुई है लेकिन कंपनी कब विभाग को देगा, यह किसी को मालूम नहीं है।

वाराणसी परिक्षेत्र में कुल 504 बसें हैं। इन बसों के परिचालकों को इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन दिया गया था। मशीन में दूरी के हिसाब से किराया तय हैं। यात्रियों के स्थान बताने के साथ किराए की पर्ची निकल आती है। यह व्यवस्था लागू होने के साथ परिचालकों और यात्रियों के बीच विवाद काफी कम हो गया था। कंपनी ने एक साल तक मशानों की मरम्मत की, इसके बाद मरम्मत के नाम पर किराया मांगने लगी। धीरे-धीरे विभाग के 70 फीसद मशीन खराब हो गए हैं। मशीनों के मरम्मत पर आने वाले खर्च अधिक होने पर मुख्यालय ने टेंडर निकाला है। कंपनी भी तय हो गई लेकिन परिचालकों को मशीन कब मिलेगा, यह मालूम नहीं है।

वाराणसी परिक्षेत्र में 70 फीसद मशीन खराब है

प्रदेश में कुल 18 हजार इलेक्ट्रानिक टिकट इशू मशीन की जरूरत है। मुख्यालय स्तर पर टेंडर किया गया है। वाराणसी परिक्षेत्र में 70 फीसद मशीन खराब है। इसके लिए मुख्यालय पत्राचार किया गया है।

-केके तिवारी, क्षेत्रीय प्रबंधक

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