Ahmadabad से वाराणसी आएंगे 600 नए ऑक्सीजन सिलेंडर, 250 औद्योगिक वाले भी इलाज में लगाए
प्रशासन ने पूर्वांचल के अन्य जिलों मीरजापुर आजमगढ़ से भी मदद मांगी है। इसके साथ ही यहां के सभी प्लांटों के संचालन की अवधि बढ़ा दी गई है। वहीं ऑक्सीजन के सिलेंडर की कमी को पूरी करने लिए अहमदाबाद से 600 नए सिलेंडर मंगाए गए हैं।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना के अचानक ही बढ़ते मामलों के बाद जिले के अस्पतालों ऑक्सीजन की भी कमी आ गई है। वहीं इसकी आड़ में कुछ लोग कालाबाजारी पर भी उतर आए थे। ऐसे लोग 250 की ऑक्सीजन 7000 रुपये में घरों में सप्लाई कर रहे थे। खैर, इस पर जिला प्रशासन ने रोक लगाकर सबसे पहले अस्पतालों को आपूर्ति करने का निर्देश दिया है। इसी बीच अब 3500 लीटर तक यहां पर खपत बढ़ गई है, जबिक आपूर्ति 2500 लीटर ही है। ऐसे में प्रशासन ने पूर्वांचल के अन्य जिलों मीरजापुर, आजमगढ़ से भी मदद मांगी है। इसके साथ ही यहां के सभी प्लांटों के संचालन की अवधि बढ़ा दी गई है। वहीं ऑक्सीजन के सिलेंडर की कमी को पूरी करने लिए अहमदाबाद से 600 नए सिलेंडर मंगाए गए हैं।
बीएयू में 3000 लीटर ऑक्सीजन की क्षमता
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में पिछले साल महज 1000 लीटर ही ऑक्सीजन की सुविधा है। बावजूद इसके पिछले साल कोरोना काल में भी ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई, लेकिन इस बार स्थिति बहुत ही भयावह हो गई है। गनीमत यह रही कि बीएचयू ने पहले ही अपनी क्षमता तीन गुना बढ़ाते हुए ऑक्सीजन की व्यवस्था 3000 लीटर कर ली, जिसका लाभ अब मिल रहा है। यही वजह है कि बीएचयू में ऑक्सीजन की समस्या नहीं है। हालांकि अन्य अस्पतालों में भारी किल्लत हो गई है। हालांकि प्रशासन इसे लेकर काफी गंभीर है।
रामननगर में हैं छह ऑक्सीजन प्लांट
ड्रग लाइसेंस अथॉरिटी के सहायक औषधि आयुक्त केजी गुप्ता ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों में उपयोग होने वाले 250 सिलेंडर को अब उपचार में उपयोग किया जाने लगाा है। इससे काफी राहत मिली है। इसके अलावा अहमदाबाद से 600 नए सिलेंडर के लिए ऑर्डर दिया गया है, जो जल्द ही आने वाले हैं। बताया कि रामनगर औद्योगिक क्षेत्र में ऑक्सीजन के छह प्लांट हैं। अब उन्हें संचालन की अवधि बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। ताकि ऑक्सीजन की कमी नहीं हो सके।