वाराणसी में होली पर 500 करोड़ का कारोबार, साड़ी, रेडीमेड, जूते-चप्पल, रंग-गुलाल व पिचकारी का बाजार रहा गुलजार

कोरोना से बचाव के लिए लगे लॉकडाउन के कारण पिछले साल मार्च से जुलाई तक कारोबार पूरी तक चौपट हो गया था। हालांकि दीपावली एवं लग्न ने इस नुकसान से व्यापारियों को उबार दिया। इस साल फरवरी में लग्न नहीं थी लेकिन इसकी भरपाई भी होली ने पूरी कर दी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 29 Mar 2021 08:50 AM (IST) Updated:Mon, 29 Mar 2021 10:19 AM (IST)
वाराणसी में होली पर 500 करोड़ का कारोबार, साड़ी, रेडीमेड, जूते-चप्पल, रंग-गुलाल व पिचकारी का बाजार रहा गुलजार
अबकी होली में कारोबार का रंग चटख हो गया।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए लगे लॉकडाउन के कारण पिछले साल मार्च से जुलाई तक कारोबार पूरी तक चौपट हो गया था। हालांकि दीपावली एवं लग्न ने इस नुकसान से व्यापारियों को उबार दिया। इस साल फरवरी में लग्न नहीं थी, लेकिन इसकी भरपाई भी होली ने पूरी कर दी। यही कारण कि अबकी होली में कारोबार का रंग चटख हो गया। साड़ी, रेडीमेट वस्त्र, जूते-चप्पल, रंग-गुलाल, पिचकारी आदि प्रोडक्ट में लगभग 500 करोड़ का कारोबार हुआ। बड़ी दुकानों के साथ ही ठेले-पटरी पर भी ग्राहकों की भीड़ रही। हालांकि कोरोना के कारण लॉकडाउन की अफवाह से मामूली असर भी पड़ा।

मार्च की शुरूआत से ही लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी थी। इसमें होली एवं लग्न का भी बाजार शामिल था। वहीं होली के दो सप्ताह पहले बाजार में और अधिक भीड़ हो गई। चाहे वह रेडीमेड, साड़ी या अन्य वस्त्र की दुकान हो या ज्वेलरी, ईलेक्ट्रानिक, ऑटोमोबाइल्स की दुकानों में भी खासा उत्साह था। ग्राहक भी खरीदारी के मूड में थे और दुकानदार भी उत्साह से परिपूर्ण। यही वजह थी कि बाजार झूम उठा। लगभग हर श्रेणी में वाराणसी पूर्वांचल की मंडी है। इसके कारण वाराणसी से थोक एवं फुटकर व्यापार बेहतर रहा।  फैंसी कपड़ों का बाजार भी परवान चढ़ा रहा। दुकानदारों की ओर से ग्राहकों को लुभाने के लिए कई आफर दिए गए।

होली कारोबार

4000 फुटकर दुकानें हैं साड़ी की

2500 थोक दुकानें हैं साड़ी

5000 फुटकर दुकानें हैं रेडीमेड व अन्य वस्त्र के

2500 थोक दुकानें हैं रेडीमेड व अन्य वस्त्र के

200 करोड़ रुपये से अधिक हुआ साड़ी का कारोबार

300 करोड़ रुपये तक हुआ रेडीमेड-वस्त्र का कारोबार

50 करोड़ रुपये तक हुआ जूते-चप्पल-सैंडिल का कारोबार

20 करोड़ रुपये तक हुआ रंग-गुलाल, पिचकारी आदि का कारोबार

बाजार से लेकर घाटों तक दिखा उमंग और उत्साह का माहौल

पर्व से एक दिन पहले होली की खरीदारी के लिए निकले लोगों से बाजार गुलजार रहा। सुबह 10 से 12 बजे तक बाजार में भीड़ दिखी। दुकानदारों ने होली के बाजार में खूब दिवाली मनाई। दुकानदार होली के बाजार में कोरोना संक्रमण पर एहतियात रखते हुए ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करते रहे। होली पर खातिरदारी की तैयारी में लोगों ने रंग-पिचकारी, मिठाई, नमकीन और पापड़ की खूब खरीदारी की। ग्राहकों से हर्बल रंग, अबीर-गुलाल और पिचकारियों की दुकानों पर भी रौनक रही। खास यह कि प्रधानमंत्री का लोकल फॉर वोकल का नारा इस बार  बाजार में सार्थक होता दिखा। रविवार को नई सड़क, दालमंडी, सिगरा, मलदहिया, रथयात्रा, पांडेयपुर, पहडिय़ा, लक्सा, गोदौलिया, गुरुबाग आदि बाजारों में खूब रौनक दिखी।

पापड़, पिचकारी की जमकर बिक्री

बाजार में बच्चे कार्टून वाली पिचकारी देखते-खरीदते रहे। डोरेमॉन, मोटू-पतलू, सिनचेन, छोटा भीम व बार्बी डॉल जैसी कार्टून कैरेक्टर वाली पिचकारी की खूब मांग रही। होली से एक दिन पहले बाजार में कचरी, पापड़ और चिप्स की दुकानों में जमकर खरीदारी हुई। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार लोगों ने सबसे अधिक पैक्ड आइटम खरीदने को वरीयता दी।

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