विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में 50 लाख छात्र पंजीकृत, आनलाइन ई कंटेट देख रहे मात्र दो लाख चार हजार

विद्यापीठ के शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए 7600 पाठ्य सामग्री भी शामिल है। वहीं सूबे के विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में करीब 50 लाख विद्यार्थी पंजीकृत है। जबकि पोर्टल से अपलोड ई-कंटेंट पढ़ने वाले विद्यार्थियोें की संख्या महज चार लाख चार हजार है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:26 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:26 AM (IST)
विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में 50 लाख छात्र पंजीकृत, आनलाइन ई कंटेट देख रहे मात्र दो लाख चार हजार
पोर्टल से अपलोड ई-कंटेंट पढ़ने वाले विद्यार्थियोें की संख्या महज चार लाख चार हजार है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ सहित सूबे के कई राज्य विश्वविद्यालयों में इन दिनों स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं चल रही है। सभी विश्वविद्यालयों को 15 अगस्त से पहले परीक्षाएं करा लेने का निर्देश है। परीक्षाओं के दौर चलने के बावजूद छात्र शासन के ई-पोर्टल अपलोड ई-कंटेंट के स्थान पर गाइडों से पढ़ाई करना ज्यादा उपयुक्त मान रहे हैं।

कोरोना काल के चलते उच्च शैक्षणिक संस्थानों में भी सत्र 2020-21 में पठन-पाठन प्रभावित हुआ है। इसे देखते हुए शासन ने ई-पोर्टल अपलोड ई-कंटेंट को को काफी समृद्ध किया है ताकि विद्यार्थी घर बैठे अपनी पढ़ाई जारी रख सके। इस क्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को शासन ने समाज कार्य, गणित, कृषि, कंप्यूटर तथा वस्त्र निर्माण का ई-कंटेंट तैयार कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके लिए अन्य विषयों के अध्यापकों को भी ई-कंटेंट पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया। सूबे के विभिन्न विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षक अब तक 72000 से अधिक ई-कंटेंट पोर्टल पर अपलोड कर चुके हैं।

इसमें विद्यापीठ के शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए 7600 पाठ्य सामग्री भी शामिल है। वहीं सूबे के विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में करीब 50 लाख विद्यार्थी पंजीकृत है। जबकि पोर्टल से अपलोड ई-कंटेंट पढ़ने वाले विद्यार्थियोें की संख्या महज चार लाख चार हजार है। अपलोड ई-कंटेंट को लेकर विश्वविद्यालय व महाविद्यालयाें के विद्यार्थी उदासीन है। अब तक सूबे में महज पांच फीसद विद्यार्थी ही ई-कंटेंट से पढ़ाई कर रहे हैं। इसे लेकर शासन ने चिंता जताई है। शासन ने राज्य विश्वविद्यालयों से विद्यार्थियोें को जागरूक करने का निर्देश दिया है ताकि विषय विशेषज्ञ अध्यापकाें द्वारा ई-कंटेंट का अधिक से अधिक विद्यार्थी उपयोग कर सके।

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