बीएचयू में एसएसबी का चौथा तल भी ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए कराया गया सैनिटाइज

अस्पताल की ओपीडी को शुरू करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके तहत पहले से आयुर्वेद भवन के विभिन्न वार्डों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों को अब शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स यानी एसएसबी (सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक) में तेजी से शिफ्ट कराया जा रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:10 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:10 AM (IST)
बीएचयू में एसएसबी का चौथा तल भी ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए कराया गया सैनिटाइज
बीएचयू में अस्पताल की ओपीडी को शुरू करने की प्रक्रिया तेज हो गई है।

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की ओपीडी को शुरू करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके तहत पहले से आयुर्वेद भवन के विभिन्न वार्डों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों को अब शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स यानी एसएसबी (सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक) में तेजी से शिफ्ट कराया जा रहा है।

शनिवार की शाम तीन बजे तक अधिकतर मरीजों को यहां पर शिफ्ट करा लिया गया था। वहीं अभी 39 मरीजों का आयुर्वेद भवन के वार्डों में ही उपचार चल रहा था। एसएसबी के तीसरे तत्ले पर ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए पोस्ट कोविड वार्ड शुरू कर दिया गया है। यहां पर 78 बेड हैं, जो लगभग सभी भर गए हैं। वहीं प्रशासन ने चौथे तल्ले को खाली कराकर सैनिटाइज करा रहा है। इस तल्ले पर भी 78 वार्ड हैं। अगर इसमें भी जगह कम पड़ी तो पांचवें तत्ले पर भी मरीजों को भर्ती कराया जाएगा। खासकर पोस्ट ऑप मरीजों के लिए यहां पर 38 होंगे। मई के दूसरे सप्ताह में ब्लैक फंगस के मामले आने लगे। इसके तहत ब्लैक फंगस के वे मरीज जो कोरोना पॉजिटिव थे उन्हें एसएसबी में ही उपचार शुरू हो गया।

वहीं जो ब्लैक फंगस के मरीज निगेटिव थे उनके आयुर्वेद भवन स्थित चेस्ट वार्ड में पोस्ट कोविड वार्ड बनाया गया। धीरे-धीरे मरीज बढ़ने लगे। इसे ध्यान में रखते हुए पास स्थित चरक पुरुष, भूतल पर चकर महिला व सुश्रुत वार्ड भी उपचार शुरू हो गया। ब्लैक फंगस के मरीज और बढ़े तो एसएसबी में भी इलाज शुरू हो गया। खासकर जो ब्लैक फंगस के मरीज जो कोरोना वार्ड में भर्ती थे और बाद में निगेटिव हो गए। एसएस अस्पताल के उच चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि आयुर्वेद भवन स्थित चेस्ट, चरक पुरुष, भूतल पर चकर महिला व सुश्रुत वार्ड से भी ब्लैक फंगस के मरीजों को अब एसएसबी में शिफ्ट किया जा रहा है। यही पर ओटी की भी सुविधा शुरू की जाएगी। ताकि मुख्य अस्पताल में जो ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए जो ओटी चल रही है उसे खाली कराकर अन्य रोगों के लिए शुरू किया जा सके। बताया जा रहा है कि 21 या 23 जून को ओपीडी की सेवा शुरू हो सकती है।

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