Dev Deepawali 2021 : 40 फीसद कमरे हो गए बुक, देव दीपावली को निहारेंगे हजारों पर्यटक
काशी में बहुत जल्द टूरिस्ट गाइड होटल व नाव संचालन समेत बाजारों में रौनक आएगी। गंगा की घाटों पर दीपों की रोशनी जगमग होगी। काशी आसमान में टिमटिमाते तारों की भांति खूबसूरत नजर आएगी। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 23 मार्च 2020 से बंद हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी से तबाह हर प्रकार के कारोबार में देव दीपावली उम्मीद की किरण बनकर उभर रही है। भगवान शिव की नगरी काशी में उत्साह है। इसका मुख्य कारण अब तक अंतराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से है। इससे पूर्व ही अस्सी से लेकर राजघाट तक गंगा किनारे स्थित लगभग नौ सौ छोटे-बड़े होटलों व धर्मशालाओं के 40 फीसद कमरे बुक हो गए हैं।
ऐसे में काशी में बहुत जल्द टूरिस्ट गाइड, होटल व नाव संचालन समेत बाजारों में रौनक आएगी। गंगा की घाटों पर दीपों की रोशनी जगमग होगी। काशी आसमान में टिमटिमाते तारों की भांति खूबसूरत नजर आएगी। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 23 मार्च, 2020 से बंद हैं। इसे 31 जुलाई तक रोका गया था जिसे कोरोना प्रभाव को देखते हुए अभी तक बढ़ाया गया है। वहीं घरेलू उड़ानें 25 मई 2020 से चालू हैं। कोरोना से पूर्व बनारस आने वाले विदेशी यात्रियों पर नजर डालें तो साल 2019 में कुल दो लाख 27 हजार 801 यात्री आए थे। एक अनुमान के मुताबिक इसमें देव दीपावली के मौके पर लगभग 50 हजार विदेशी यात्री आए।
-कोरोना महामारी की शुरुआत से ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रतिबंधित हो जाने के कारण अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन अभी तक ठप है। अब जैसे ही यह खबर आनी शुरू हुई है कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें सरकार जल्द चालू करने जा रही है तो गाइड समुदाय के बीच आशा की किरण जगी है। - जैनेंद्र कुमार राय, अध्यक्ष, टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन।
- देव दिवाली को लेकर उत्साह तो रहता है। कोरोना ने बड़ा नुकसान किया है। अगर उड़ानें शुरू होती हैं तो निश्चित ही नाव संचालन से जुड़े लोगों का भला होगा। - प्रमोद माझी, वरिष्ठ नाविक प्रमुख।
- अस्सी से लेकर राजघाट तक गंगा किनारे होटलों में बुकिंग शुरू हो गई है। 40 फीसद कमरे बुक भी हो गए हैं। पहले तो देव दिवाली के लिए एक साल पहले बुकिंग होती थी लेकिन कोरोना के चलते अबकी ऐसा नहीं हो सका। देव दिवाली का बहुत महत्व है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने से और बढ़ा है। - गोकुल शर्मा, वाराणसी होटल एसोसिएशन।