श्रीकाशी विश्वनाथ धाम निर्माण में लगेंगे 2500 श्रमिक, मूर्त रूप लेगा अगले साल

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने लगभग 800 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर धाम के निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। कार्यदायी संस्था को हर हाल में अगस्त 2021 तक कार्य पूर्ण कराने कहा। अधिकारियों ने बताया कि 15 से 16 फीसद कार्य पूर्ण है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:07 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 10:07 PM (IST)
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम निर्माण में लगेंगे 2500 श्रमिक, मूर्त रूप लेगा अगले साल
800 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर धाम के निर्माण कार्य जारी।

वाराणसी, जेएनएन। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने लगभग 800 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर धाम के निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। कार्यदायी संस्था को हर हाल में अगस्त 2021 तक कार्य पूर्ण कराने कहा। मंदिर में लगने वाले लगभग 40 हजार वर्ग फीट पत्थर पर चर्चा के दौरान कार्यदायी  संस्था के अधिकारियों ने बताया कि मकराना (राजस्थान) सफेद पत्थर की शत-प्रतिशत उपलब्धता नहीं हो पा रही है। हालांकि यह पत्थर काफी उपयुक्त है। इसकी गुणवत्ता 400 से 500 वर्ष तक प्रभावित नहीं होगी। कमिश्नर ने इस संबंध में मकराना से पत्थरों की गुणवत्ता जांच कर आए अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी। साथ ही इस बाबत शासन को पत्र भेजने का भी निर्देश दिया।

कमिश्नर कार्यदायी संस्था व अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर कार्यालय में शुक्रवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। कोविड-19 को लेकर सतर्कता बरतते हुए मजदूरों की संख्या बढ़ाने का भी नर्दिेश दिया। कार्यदायी संस्था की ओर से जानकारी दी गई कि वर्तमान में मौके पर 900 श्रमिक कार्य कर रहे हैं, अगले माह तक इनकी संख्या बढ़ाकर 2500 कर दिया जाएगा। मंदिर परिसर में निर्माण कार्य से संबंधित सामग्री लाने व ले जाने हेतु निश्चित पाथवे तय किए जाने का लेकर उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने समीक्षा के दौरान बताया कि 15 से 16 फीसद कार्य पूर्ण है। तय अवधि में कार्य पूर्ण कर लेने का भरोसा जताया। कमिश्नर ने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को प्रभावी रणनीति तैयार कर समय से कार्य पूरा करने पर बल दिया। कहा कि श्रद्धालुओं व देश- विदेश के पर्यटकों के लिए यह धाम आकर्षण का केंद्र होगा। बैठक के पश्चात उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान मंदिर के कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा सहित लोक निर्माण विभाग एवं पीएसपी के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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