पुरुषों को नसबंदी पर 2000 रुपये प्रतिपूर्ति राशि, पुरुष नसबंदी पखवाड़े का वाराणसी में शुभारंभ
खुशहाल परिवार दिवस पर जागरूकता बढ़ाने के लिए चिह्नित दंपती को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया गया। जटिल गर्भावस्था की प्रसूताओं को जोखिम से बचाने के लिए परिवार नियोजन के साधनों से जोड़ना बहुत ही आवश्यक है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रजनन स्वास्थ्य के मद्देनजर जनपद में सोमवार से पुरुष नसबंदी पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। सभी आठों ग्रामीण, 24 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स समेत जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा पर खुशहाल परिवार दिवस भी मनाया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राहुल सिंह ने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चार दिसंबर तक दो चरणों में चलेगा। पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को 2000 रुपये और महिला नसबंदी पर 1400 रुपये प्रतिपूर्ति राशि विभाग द्वारा दी जाती है। भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुसार पहले चरण में 22 से 28 नवंबर के बीच जागरूकता व प्रेरणा अभियान, दूसरे चरण में 28 नवंबर से चार दिसंबर तक आपरेशन कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर जागरूकता बढ़ाने के लिए चिह्नित दंपती को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया गया। जटिल गर्भावस्था की प्रसूताओं को जोखिम से बचाने के लिए परिवार नियोजन के साधनों से जोड़ना बहुत ही आवश्यक है। नव-विवाहित दंपतियों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बास्केट आफ च्वाइस के माध्यम से जानकारी दी गई। इसके माध्यम से शहर में परिवार नियोजन के उपायों को बढ़ावा दिया जाएगा।
चिह्नित होंगे पुरुष नसबंदी चैंपियंस : अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार कल्याण के नोडल अधिकारी डा. राजेश प्रसाद ने बताया कि पुरुष नसबंदी की सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य इकाइयों को सभी लाजिस्टिक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। अभियान के मध्य संचार, संवाद स्थापित किए जाने के लिए पुरुष नसबंदी की स्वीकार्यता, पुरुष नसबंदी चैंपियंस को भी चिह्नित किया जाएगा। पोस्टर, बैनर, पेटिंग के माध्यम से जागरूक किया जाएगा।
उपलब्ध कराए गए परिवार नियोजन के अस्थायी साधन : खुशहाल परिवार दिवस पर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 14 पीपीआइयूसीडी, 30 छाया, 21 माला-एन, नौ आइयूसीडी, छह अंतरा, 280 कंडोम, छह इनटर्वल एफएसटी तथा दो एमटीपी की सुविधाएं दी गईं। जिला महिला चिकित्सालय में 52 लाभार्थियों को परामर्श दिया गया।