चंदौली व आजमगढ़ में पराली जलाने पर 14 किसानों पर मुकदमा, सेटेलाइट की तस्वीरों से कृषि विभाग ने की कार्रवाई

पराली जलाने वाले आठ किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्रति हेक्टेयर 2500 रुपये की दर से 20 हजार रुपये जुर्माना लगाया। इसे अदा करने के लिए किसानों को नोटिस जारी कर दी गई है। सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों के आधार पर कृषि विभाग ने कार्रवाई की है।

By saurabh chakravartiEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 10:24 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 10:24 AM (IST)
चंदौली व आजमगढ़ में पराली जलाने पर 14 किसानों पर मुकदमा, सेटेलाइट की तस्वीरों से कृषि विभाग ने की कार्रवाई
आजमगढ़ में सेटेलाइट से भेजी गई पराली जलाने की फोटो।

चंदौली, जेएनएन। पराली जलाने वाले आठ किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं प्रति हेक्टेयर 2500 रुपये की दर से 20 हजार रुपये जुर्माना लगाया। इसे अदा करने के लिए किसानों को नोटिस जारी कर दी गई है। सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों के आधार पर कृषि विभाग ने कार्रवाई की है। कोरोना काल में पराली जलने से पर्यावरण प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है। इससे कृषि विभाग ने सख्त रुख अख्तियार किया है।

जिला प्रशासन सेटेलाइट के जरिए पराली जलाने की निगरानी कर रहा है। सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों से जानकारी मिली कि बरहनी ब्लाक के पिपरदहां गांव में किसान सीताराम, तालिका ङ्क्षसह, अजीत ङ्क्षसह, अनिल सिंह, जोशी, मारकंडेय व सिकठा गांव के विष्णु ने अपने खेत में पराली जलाई थी। इस पर हल्का लेखपाल व प्राविधिक सहायक ने धीना थाना में किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। किसानों पर 20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। विभाग की ओर से जुर्माना राशि जमा कराने के लिए किसानों को नोटिस जारी कर दी है। कृषि उपनिदेशक राजीव कुमार भारती ने बताया पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाते हुए किसान पराली न जलाएं। पराली जलाने से खेत की मिट्टी को भी नुकसान पहुंच रहा है। वहीं पर्यावरण प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ रही है। फसल अवशेष प्रबंधन से मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी।

सेटेलाइट ने फिर पकड़ी पराली जलाने के छह मामले

एनजीटी(राष्ट्रीय हरित न्याधिकरण) की सख्ती और प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के बाद भी पराली जाने की घटनाओं पर प्रभावी रोक नहीं लग पा रही है। सेटेलाइट ने तीन तहसीलों में पराली जलाने से संबंधित छह घटनाओं के स्थान की फोटो भेजी है। कृषि विभाग और राजस्वकर्मियों के स्थलीय सत्यापन के बाद संबंधित किसानों के लिए एफआइआर दर्ज कराया जाएगा। साथ ही अर्थदंड का निर्धारण को वसूली की कार्रवाई की जाएगी।

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