वाराणसी के बीएचयू में चाइल्ड कोरोना वार्ड के लिए 13 करोड़ का प्रस्ताव, तीसरी लहर से बचाव के लिए उठाया कदम

वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू ने सबसे पहले ही कवायद शुरू कर दी थी। इसी के तहत बाल रोग विभाग की कमेटी ने बुधवार को 13 करोड़ का प्रस्ताव विश्वविद्यालय के कुलपति रजिस्ट्रार निदशेक व एमएस को भेजा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 08:10 AM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 08:10 AM (IST)
वाराणसी के बीएचयू में चाइल्ड कोरोना वार्ड के लिए 13 करोड़ का प्रस्ताव, तीसरी लहर से बचाव के लिए उठाया कदम
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू ने सबसे पहले ही कवायद शुरू कर दी।

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू ने सबसे पहले ही कवायद शुरू कर दी थी। इसी के तहत बाल रोग विभाग की कमेटी ने बुधवार को 13 करोड़ का प्रस्ताव विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार, निदशेक व एमएस को भेजा। इस प्रस्ताव में नए वेंटिलेटर, सी पैप, एचएसएनसी आदि मेडिकल उपकरणों के साथ ही जरूरी दवाएं व इंजेक्शन को भी शामिल किया गया है ताकि एेन वक्त पर किसी चीज की कमी नहीं होने पाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीएचयू दौरे के तुरंत बाद ही चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. बीआर मित्तल ने बाल रोग विभाग के अधिकारियों को तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी में जुट जाने का निर्देश दिया था। उन्होंने बच्चा कोरोना वार्ड बनाने एवं इसके लिए मेडिकल उपकरण, दवाएं एवं अन्य जरूरी संशाधनों के संबंध में प्रस्ताव मांगा था। इसके बाद सर सुंदरलाल अस्पताल प्रशासन एवं बाल रोग विभाग प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया था। इसे लेकर पिछले दिनों विभाग की सभी फैकल्टी की एक बैठक भी हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव को तैयार किया गया। इस प्रस्ताव को बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजनीति प्रसाद एवं नीकू वार्ड के इंचार्ज प्रो. अशोक कुमार ने संस्थान के निदेशक के साथ ही बीएचयू के कुलपति, रजिस्ट्रार एवं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को भी भेजा। बताया जा रहा है कि यह प्रस्ताव 13 करोड़ का हैं जिसमें 50 नए वेंटिलेटर के साथ ही 50 सी पैप, एचएसएनसी व वाइ पैप सहत अन्य उपकरण शामिल हैं।

सी पैप, एचएसएनसी व वाइ पैप बच्चों को ऑक्सीजन चढ़ाने के काम आएंगे। इसके साथ ही सभी तरह की दवाएं व इंजेक्शन के साथ ही डिस्पोजल को भी प्रस्ताव में शामिल किया गया है। शताब्दी सुपर स्पेशलिटी कांप्लेक्स में कोरोना वार्ड हैं। इसमें वेंटिलेटर काफी संख्या में है। कोरोना की दूसरी लहर धीमी होने के बाद ये वेंटिलेटर खाली होने लगेंगे। एसएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता बताते हैं कि कई वेंटिलेटर ड्युअल मोड में हैं, जिन्हें विशेषज्ञों की मदद से कन्वर्ट कर पीकू के लिए तैयार किया जाएगा। इसके तहत 10 वेंटिलेटर तैयार भी कर लिए गए हैं।

 अंतिम रूप देकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों की सहमित से मंत्रालय को भेजा जाएगा

तीसरी लहर से निपटने के लिए संस्थान की ओर से तैयारी तेज चल रही है। इसके तहत बाल रोग विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव मुझे मिल गया है। जल्द ही एक बैठक कर इसे अंतिम रूप देकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों की सहमित से मंत्रालय को भेजा जाएगा। ताकि टेंडर प्रक्रिया पूरी कर जरूरी मेडिकल उपकरण एवं दवाओं की खरीद समय पर हो सके।

- प्रो. बीआर मित्तल, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू

100 बेड तैयार हो रहे हैं बच्चा कोरोना वार्ड में

50 बेड का बच्चा कोरोना वर्ड में रहेगा पीकू

10 बेड पीकू के हैं पहले से ही एसएस अस्पताल में

10 बेड एचडीयू के हैं पहले से ही एसएस अस्पताल में

30 बेड नीकू के पहले से ही एसएस अस्पताल में

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