आजमगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर से दो-दो हाथ के लिए 1000 बेड व तीन अतिरिक्त ऑक्सीजन प्लांट
कोरोना की तीसरी लहर से निबटने को प्रशासन ने अंदरखाने में तैयारियां तेज कर दी है। अबकी खास बात यह होगी कि इलाज के इंतजाम सरकारी अस्पतालों में होंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को आक्सीजन प्लांट आक्सीन कंसट्रेटर्स आइसीयू से लैस किए जा रहे हैं।
आजमगढ़ [राकेश श्रीवास्तव]। कोरोना की तीसरी लहर से निबटने को प्रशासन ने अंदरखाने में तैयारियां तेज कर दी है। अबकी खास बात यह होगी कि इलाज के इंतजाम सरकारी अस्पतालों में होंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को आक्सीजन प्लांट, आक्सीन कंसट्रेटर्स, आइसीयू से लैस किए जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर अस्पताल सेवा को तैयार मिलें इसके लिए विभिन्न कार्याें के लिए कार्यदायी संस्था को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। अलग-अलग कार्याें के लिए बजट का भी प्रावधान निर्धारित है, जिससे रणनीति को एक माह के तय समय में जमीन पर उतरने में कोई बाधा न आने पाए। जिले में पहले से एक पुराने तीन नए संग तीन प्रस्तावित होने से प्राणवायु प्लांट की सख्या सात हो जाएगी।
इन अस्पतालों में अपना होगा आक्सीजन प्लांट
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि लाटघाट, लालगंज, अतरौलिया, तरवां फूलपुर के अस्पताल में इलाज की व्यवस्था बेहतर करने की कवायद शुरू हुई है। 50 बेड के हॉस्पिटल लाटघाट, 100 बेड के अतरौलिया, 100 बेड के लालगंज, 100 बेड के फूलपुर में क्रमश: आइसीयू 10, 30, 30, 30 बेड के होंगे। सबकुछ आदर्श मानकों मुताबिक हो इसके लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में एक-एक कदम उठाए जा रहे हैं। अतरौलिया, लाटघाट, तरवां में आक्सीजन का अपना प्लांट होगा। तरवां में सांसद निधि तो दो अन्य जगह सीएसआर मद से किए जाएंगे। फूलपुर में प्राणवायु प्लांट के लिए बजट के प्रावधान का प्रयास किया जा रहा है। कोई रास्ता नहीं सूझा तो आपता प्रबंधन मद से वहां भी आक्सीजन प्लांट लगाया जा जाएगा।
अतरौलिया बच्चों के लिए डेडिकेटेड होगा
यूं तो सभी अस्पतालों में मरीजों के इलाज होंगे। लेकिन अतरौलिया स्थिति 100 बेड का अस्पताल बच्चों के लिए समर्पित होगा। यहां बाल रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञों की तैनाती रहेगी। यहां इलाज के इंतजाम इत्यादि को लेकर डॉक्टर्स से भी मशविरा किया जा रहा है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज में लगेंगे 250 कंसंट्रेटर्स
राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं सुपर फैसिलिटी हॉस्पिटल में 250 बेड पर आक्सीजन की पाइपलाइन पहुंची है। तीसरी लहर के लिए 250 आक्सीजन कंसंट्रेटर्स मंगाए गए हैं। एक-दो दिनों में आक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप मेडिकल कॉलेज प्रशासन को मिल जाएगा। हमारी तैयारी मेडिकल काॅलेज में पांच सौ बेड के इंतजाम की है।
दूसरी लहर में भी काम आई रणनीति
जिलाधिकारी ने बताया कि दूसरी लहर की दुश्वारियों को मैने पहले ही भाप लिया था। महाराष्ट्र में जनवरी माह में कोरोना की चाल देख आसन्न स्थिति का आंकलन करने के बाद जिले में इकलौते इंडस्ट्रीयल आक्सीजन प्लांट आरडी संस प्राइवेट लिमिटेड एकरामपुर काे खुद पहल करके मार्च माह में मेडिकल लाइसेंस दिलाया था। कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ा तो आक्सीजन की किल्लत को नए प्लांट ने रोजाना 900 सिलेंडर की आपूर्ति करके काफी हद तक हालात काबू में करने में मदद की थी। कोरोना की दूसरी लहर से पूर्व आक्सीजन के लिए आजमगढ़ पूर्णतया मऊ पर निर्भर था।